Chandra Grahan 2025 Live Updates: साल 2025 का अंतिम चंद्र ग्रहण आज रविवार, 7 सितंबर को लगने जा रहा है। यह खग्रास चंद्र ग्रहण होगा, जो भारत सहित एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के कई देशों में दिखाई देगा। इस ग्रहण की अवधि कुल 3 घंटे 29 मिनट रहेगी।
चंद्र ग्रहण 2025 का समय (Chandra Grahan 2025 Timing)
ग्रहण आरंभ (स्पर्श) : रात 9:57 बजे
ग्रहण का मध्य (चरम अवस्था) : रात 11:01 बजे
ग्रहण का समापन : रात 01:26 बजे (8 सितंबर)
कुल अवधि : 3 घंटे 29 मिनट
सूतक काल 2025 (Sutak Kaal Time)
सूतक काल आरंभ : दोपहर 12:19 बजे से
सूतक समाप्ति : ग्रहण खत्म होने पर यानी 8 सितंबर रात 01:26 बजे
बच्चे, बुजुर्ग और बीमार व्यक्तियों के लिए सूतक काल शाम 6:36 बजे से मान्य होगा।
चंद्र ग्रहण में क्या करें? (Do’s)
✅ भगवान शिव और चंद्र देव के मंत्रों का जाप करें।
✅ भोजन में तुलसी के पत्ते डालें।
✅ ध्यान, साधना और दान करें।
✅ ग्रहण के बाद स्नान कर गंगाजल से शुद्धि करें।
चंद्र ग्रहण में क्या न करें? (Don’ts)
❌ भोजन न करें।
❌ सोना और तेल मालिश से बचें।
❌ बाल व नाखून न काटें।
❌ देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को स्पर्श न करें।
❌ गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें।
चंद्र ग्रहण पर शिव मंत्र जाप (Shiv Mantra Jaap)
ॐ नमः शिवाय
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
चंद्र मंत्र जाप (Chandra Mantra Jaap)
ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः
इस मंत्र का जाप ग्रहण काल में विशेष फलदायी माना गया है।
दान क्या करें? (What to Donate)
ग्रहण के दिन सफेद वस्तुओं का दान करना शुभ होता है –
चावल
दूध
दही
चीनी
चांदी
सफेद कपड़े
नारियल

किस राशि पर कैसा प्रभाव? (Zodiac Impact)
🚨 सावधान रहने वाली राशियां
वृषभ : स्वास्थ्य समस्याएं, व्यापार में बाधा
तुला : मानसिक तनाव, आर्थिक हानि
कुंभ : ग्रहण का सीधा प्रभाव, संभलकर रहें
मिथुन, कर्क, सिंह, वृश्चिक, मकर, मीन : सतर्क रहें, नए कार्य स्थगित करें
🌟 शुभ प्रभाव वाली राशियां
मेष : धन लाभ, सफलता
वृषभ : करियर और कारोबार में प्रगति
कन्या : भाग्योदय, निवेश से लाभ
धनु : वैवाहिक सुख और अटके काम पूरे

चंद्र ग्रहण 2025 कहाँ दिखाई देगा?
भारत सहित पूरा एशिया
यूरोप
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड
अफ्रीका
अमेरिका के पूर्वी भाग
पौराणिक कथा और महत्व
पौराणिक मान्यता के अनुसार, राहु-केतु समय-समय पर सूर्य और चंद्रमा को ग्रसित करते हैं। इसीलिए ग्रहण के दौरान मंत्र जाप, दान और ध्यान का महत्व कई गुना बढ़ जाता है।
👉 नोट: ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग विशेष सावधानी रखें। ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करें और भगवान का स्मरण अवश्य करें।