महासमुंद. छत्तीसगढ़। ओडिशा के सोनपुर जिले के डेयरी किसानों से कथित उत्पीड़न का मामला सोशल मीडिया पर 20-21 दिन पुरानी खबर के रूप में वायरल हो रहा है। वायरल पोस्ट और वीडियो में कहा जा रहा है कि महासमुंद जिले की बलौदा चौकी के लगभग पूरे स्टाफ को 15 दिन के आसपास निलंबित कर दिया गया है और अन्य चौकियों से कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
हालांकि, मीडिया में इस मामले की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है कि पुलिस कर्मचारियों द्वारा प्रार्थियों को अन्य केस में फंसाने की धमकी और पैसे की मांग की गई थी, जो गंभीर अपराध की श्रेणी में आते हैं।
ऐसे वायरल हो रहा महासमुंद जिले में
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विशेषज्ञ और सोशल मीडिया उपयोगकर्ता यह मान रहे हैं कि अगर यह खबर सत्य है, तो संबंधित पुलिस कर्मियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में अपराध पंजीबद्ध किया जाना चाहिए।
इस मामले पर मीडिया और प्रशासन की प्रतिक्रिया अभी नहीं मिली है। सोशल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, किसानों और उनके परिवार ने उच्च अधिकारियों को भी शिकायत दी है।
यह मामला सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बन चुका है, लेकिन आधिकारिक रिपोर्ट और पुष्टि का इंतजार है। वेबसाइट पाठकों को सलाह देती है कि इस खबर को सूत्रों पर आधारित मानकर ही पढ़ें और साझा करें।
ये रहा ओडिशा की खबर
ओडिशा के सोनपुर जिले के किसान, जो गाय खरीदने के लिए छत्तीसगढ़ गए थे, का आरोप है कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने उन्हें रोककर उत्पीड़ित किया और पैसे वसूले। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में सामने आई है, जिसे हजारों लोगों ने देखा और साझा किया।
वीडियो में देखा जा सकता है कि किसान गायों के साथ जाने के दौरान पुलिस से भिड़ंत करते हैं। सोशल मीडिया पर कमेंट्स में लोग आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस ने गाय खरीदने वाले किसानों से पैसे की मांग की और उन्हें धमकाया।
कुछ उपयोगकर्ताओं ने टिप्पणी की कि किसानों से अन्य मामलों में फंसाने की धमकी दी गई और इस घटना में पुलिस द्वारा कथित गलत व्यवहार किया गया।
हालांकि, छत्तीसगढ़ पुलिस ने अभी तक इस घटना पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह मामला चर्चा का विषय बन गया है।