महासमुंद। जिले के कोमाखान तहसील के कसेकेरा हाईस्कूल भवन का उद्घाटन हुए पूरे 9 माह बीत गए, लेकिन अब तक यहां क्लास शुरू नहीं हो सकी है। हालत यह है कि करोड़ों की लागत से बने इस भवन में ताला लटका हुआ है और बच्चे अब भी संकुल भवन और सहेली शाला में पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
उद्घाटन के समय ही पूरी नहीं हुई थी तैयारी
गंभीर लापरवाही का आलम यह है कि 6 जनवरी 2025 को जिला मुख्यालय महासमुंद में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से इस भवन का लोकार्पण करवा दिया गया, जबकि भवन अध्यापन कार्य के लिए पूर्ण रूप से तैयार ही नहीं था।
स्थानीय लोगों का सवाल है कि जब भवन उपयोग के लायक नहीं था, तो आखिर आनन-फानन में उद्घाटन क्यों करवा दिया गया?

पीडब्ल्यूडी का बयान
भवन निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर बी. साहू का कहना है –
“हमने भवन तैयार कर दिया है, बिजली फिटिंग भी करवा दी गई है। उद्घाटन भी सीएम के हाथों हो चुका है। अब यहां स्कूल क्यों नहीं लग रही है, यह शासन ही समझे।”
हाईस्कूल का सफर
2017-18 सत्र से कसेकेरा हाईस्कूल का संचालन हो रहा है।
भवन नहीं होने के कारण छात्रों को संकुल और सहेली शाला में पढ़ाया जाता है।
यहां इस समय छात्रों की संख्या 79 है।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने 14 दिसंबर 2022 को 75.23 लाख की लागत से भवन निर्माण का भूमिपूजन किया था।
निर्माण कार्य में 3 साल से अधिक का समय लगा और जनवरी 2025 में लोकार्पण कराया गया।
लेकिन लाभ से वंचित छात्र
आज भी बच्चे नए भवन में पढ़ाई का इंतजार कर रहे हैं। 9 माह बीत जाने के बावजूद नवनिर्मित भवन शिक्षा सत्र के लिए उपयोग में नहीं लाया जा सका है। इससे ग्रामीणों और अभिभावकों में नाराजगी है।