महासमुंद। जिला विकास समन्वय एवं मूल्यांकन समिति (दिशा) की बैठक आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सांसद चुन्नीलाल साहू की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिले में संचालित विभिन्न निर्माण एवं विकासमूलक योजनाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि अधिकारीगण इन योजनाओं में तेजी से प्रगति लाने के लिए विभिन्न विभागों के साथ समन्वय एवं बेहतर तालमेल एवं सहयोग के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं का संचालन जिले में समुचित ढंग से हो इसके लिए अधिकारीगण सक्रियता के साथ कार्य करें। बैठक में विधायक प्रतिनिधियों के साथ जनपद अध्यक्ष अध्यक्ष धरमदास महिलांग, कलेक्टर सुनील कुमार जैन, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र कुमार शुक्ला विशेष रूप से उपस्थित थे।
समीक्षा बैठक के दौरान सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि शासन की योजनाओं में सामाजिक भागीदारी एवं जनसहयोग लेकर योजनाओं का बेहतर ढंग से संचालन एवं क्रियान्वयन किया जा सकता है। इसके लिए अधिकारीगण विशेष रूप से प्रयास करें। उन्होंने कहा कि कुपोषण दूर करने के लिए सभी समन्वय एवं सहयोग से काम करें तो इसमें और अधिक सफलता मिल सकती है। अधिकारीगण योजनाओं के और बेहतर क्रियान्वयन में आम लोगों से चर्चा कर सहयोग ले सकते है। उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिला होने के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य सहित कई क्षेत्रों में जिले में अच्छा काम हुआ है। उन्होंने कहा कि आवास योजना में भी अच्छा काम हुआ है। सभी अधिकारी तत्परता के साथ योजनाओं का लाभ ग्रामीणजनों को दिलाए। उन्होंने अधूरी सिंचाई योजनाओं को पूरा करने तथा भू-जल स्तर बढ़ाने की दिशा में काम करने के लिए कहा। बैठक में कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने बताया कि जिले में विभिन्न योजनाओं के तहत कार्य हुए है और कुछ योजनाओं बहुत अच्छा काम हुआ है।
उन्होंने कहा कि कुपोषण दूर करने की दिशा में विशेष रूप से कार्य किया जा रहा है और 1.9 प्रतिशत इसमें कमी लाई गई है। कुपोषण दूर करने की दिशा में किए गए प्रयासों और उपलब्धियों को देखते हुए भारत सरकार द्वारा तीन करोड़ रूपए की राशि भी प्रदान की गई है। इसके लिए कार्य योजना भी बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि विभागों द्वारा संचालित गतिविधियों जिसमें विशेष रूप से शिक्षा और स्वास्थ्य की दिशा में भी बेहतर कार्य किए गए है। उन्होंने बताया कि जिले में विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध कराने की उद्देश्य से राशि की व्यवस्था की गई है। विशेषज्ञ चिकित्सक जिला चिकित्सालय में निर्धारित तिथियों में अपनी सेवाएं देंगे, इससे जिले की जनता को लाभ मिलेगा।
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उन्होंने बताया कि महिला बाल विकास के विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों में से दो सौ आंगनबाड़ी केन्द्रों को मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्र बनाने के उद्देश्य से राशि की व्यवस्था की गई हैं। जहां मूलभूत सुविधाए जैसे बर्तन, सामग्री रखने के लिए पेटी की व्यवस्था, पेयजल एवं साफ-सफाई की व्यवस्था शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जिले के आदिवासी विभाग द्वारा संचालित विभिन्न आश्रम एवं छात्रावासों में सेनेटरी नेपकिन हेतु वेंडर मशीन लगाई जाएगी, इसके अलावा उन्होंने राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी योजना के संबंध में बताया कि बाड़ी योजना के तहत जिले के चारों विधानसभाओं से 4 हजार किसानों का चयन किया गया है और उन्हें विशेष रूप से लाभान्वित किया जाएगा। जिले में छात्रों को प्रतियोगिता परीक्षाओं तथा व्यवसायिक परीक्षाओं में सफलता दिलाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही सर्वसुविधायुक्त जिला लाईब्रेरी की व्यवस्था की जा रही है।
बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन, उद्यानिकी, स्वच्छ भारत मिशन, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, जनजाति उप योजना, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति को विशेष केन्द्रीय सहायता, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना, जल आपूर्ति कार्यक्रम, लोक निर्माण विभाग, जिला खनिज न्यास, समाज कल्याण विभाग सहित अन्य विभागों की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई। इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि दाउलाल चंद्राकर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
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