Chanakya Niti: चाणक्य महान अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और दार्शनिक थे। चाणक्य के अनुसार किसी व्यक्ति को घर बैठे-बिठाए समाज के बारे में नहीं पता चलता है। अगर समाज को गहराई को अंदर से समझने के लिए समाज के बीच जाकर लोगों को देखना और समझना चाहिए। जो व्यक्ति समाज की सच्चाई जानना चाहता है उसे तीन जगह जरूर जाना चाहिए।
शमशान घाट: जब तक किसी मनुष्य के शरीर में प्राण होते हैं और वह किसी के काम आ सकता है तब तक ही उसके रिश्तेदार, दोस्त और चाहने वाले उसका साथ देते हैं। एक बार जहां मनुष्य के प्राण शरीर से निकले वहीं दुनिया की रिश्तेदारी खत्म हो जाती है। उसके अपने ही उसका संस्कार कर देते हैं। समाज मतलबी होता है। जब कोई मनुष्य इसके काम नहीं आता है तो यह उसका त्याग कर देता है।
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न्यायालय जाना है जरूरी – जो मनुष्य समाज के प्रति गहरी समझ पैदा करना चाहता है उसे जीवन में एक बार न्यायालय जरूर जाना चाहिए। वहां लोग और उनके बनते-बिगड़ते विश्वास के किस्से देखने को मिलते हैं। वहां जाने से यह पता चलता है कि जिन लोगों पर हम जिंदगी में सबसे अधिक विश्वास करते हैं समय आने पर वही लोग हमारे साथ विश्वासघात करते हैं। समाज की सच्चाई वहीं समझ आती है जहां लोगों को परखा जा सके।
अस्पताल जरूर जाएं – जिंदगी भर साथ निभाने के वादे करने वाले लोग अस्पताल में अपने ही घर के सदस्य से दूर भागते नजर आते हैं। कहते हैं कि कोई भी मनुष्य जब तक स्वस्थ होता है और उसे किसी सहारे की जरूरत नहीं होती है तब तक लोग उसके आसपास रहते हैं। लेकिन जब किसी का शरीर उसका साथ देना छोड़ देता है और उसे किसी के साथ की सख्त जरूरत होती है तब कोई भी मनुष्य उसका साथ नहीं देता है। बीमार व्यक्ति के पास से सभी झूठे नाते दूर हो जाते हैं।