महासमुंद। जिले के थाना महासमुंद अंतर्गत ग्राम खरोरा में संत गुरु घांसीदास बाबा की जयंती कार्यक्रम के दौरान ड्यूटी पर तैनात एक प्रधान आरक्षक के साथ मारपीट और गाली-गलौज का गंभीर मामला सामने आया है। घटना 19 दिसंबर 2025 की रात करीब 8:50 बजे की बताई जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, थाना महासमुंद में पदस्थ प्रधान आरक्षक थाना प्रभारी के आदेश पर हमराह आरक्षक क्रमांक 720 थनेश्वर मरकाम एवं आरक्षक क्रमांक 436 ध्रुर्बो भोई के साथ ग्राम खरोरा में आयोजित जयंती कार्यक्रम एवं बाजार मेला में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्यूटी पर तैनात थे।
इसी दौरान गांव के कुछ युवक आपस में वाद-विवाद और लड़ाई-झगड़ा कर रहे थे। पुलिस द्वारा बीच-बचाव कर विवाद शांत कराने का प्रयास किया जा रहा था, तभी मौके पर मौजूद प्रताप यादव, गगन चंद्राकर, युवराज चंद्राकर, खिलेश्वर चंद्राकर एवं नागेश्वर टंडन ने एकराय होकर पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी शुरू कर दी।
आरोप है कि आरोपियों ने प्रधान आरक्षक के शासकीय कर्तव्य में बाधा डालते हुए मां-बहन की गंदी-गंदी गालियां दीं और जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि “तुम पुलिस वाले कौन होते हो बीच-बचाव करने, यहां से भाग जाओ नहीं तो जान से मार देंगे।” इसके बाद आरोपियों ने प्रधान आरक्षक का कॉलर पकड़कर धक्का-मुक्की की और सभी ने मिलकर हाथ-मुक्का और लात-घूंसे से मारपीट की।
घटना के दौरान प्रधान आरक्षक को मारपीट करते देख उनके हमराह स्टाफ आरक्षक थनेश्वर मरकाम एवं आरक्षक ध्रुर्बो भोई ने बीच-बचाव कर स्थिति को संभाला। इसके बाद पुलिसकर्मी वापस थाना पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी थाना प्रभारी को दी।
मारपीट के कारण प्रधान आरक्षक के गाल, चेहरा, पीठ, गर्दन, सिर एवं सीने में दर्द होने की शिकायत सामने आई है, जिनका जिला अस्पताल महासमुंद में चिकित्सकीय परीक्षण (मुलाहिजा) कराया गया।
प्रधान आरक्षक द्वारा घटना की लिखित रिपोर्ट थाना महासमुंद में दर्ज कराई गई है। पुलिस ने मामले में संबंधित धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की भूमिका की विस्तृत जांच की जा रही है।




