100 करोड़ के मुआवजे को बनाया 415 करोड़! SDM अशोक मार्बल सस्पेंड, ईओडब्ल्यू जांच शुरू

सस्पेंड

रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के बजरमुंडा मुआवजा घोटाले में एक बड़ा प्रशासनिक फैसला सामने आया है। तत्कालीन SDM अशोक कुमार मार्बल को शासन ने सस्पेंड कर दिया है। उन पर आरोप है कि 100 करोड़ की जगह 415 करोड़ रुपए का मुआवजा वितरण किया गया, जो कि गंभीर वित्तीय अनियमितता का मामला है।


📌 क्या है मामला?

रायगढ़ जिले के बजरमुंडा में भूमि अधिग्रहण के तहत मुआवजा वितरण किया जा रहा था। रिपोर्ट्स के अनुसार, मुआवजे के नाम पर तयशुदा 100 करोड़ रुपए की जगह 415 करोड़ रुपए तक का वितरण कर दिया गया, जिससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ।


👨‍💼 SDM अशोक मार्बल पर आरोप

  • तत्कालीन घरघोड़ा SDM के रूप में कार्यरत थे अशोक कुमार मार्बल।

  • मुआवजा राशि वितरण में गंभीर लापरवाही बरती गई।

  • शासन ने उन्हें सारंगढ़-बिलाईगढ़ के डिप्टी कलेक्टर पद से निलंबित कर दिया है।

  • निलंबन अवधि में उन्हें रायपुर आयुक्त कार्यालय में अटैच किया गया है।


🕵️‍♂️ अब EOW करेगी जांच

  • आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) को यह मामला सौंपने की स्वीकृति मिल चुकी है।

  • घरघोड़ा पुलिस थाने में भी एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।

  • इससे पहले तत्कालीन कलेक्टर कार्तिकेय गोयल ने 7 लोगों को इस मामले में आरोपी मानते हुए एफआईआर के आदेश दिए थे।


⚖️ सरकार का सख्त रुख

सामान्य प्रशासन विभाग के अवर सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि:

“अशोक कुमार मार्बल ने बतौर SDM रहते गंभीर लापरवाही बरती है, जिससे शासन की छवि धूमिल हुई है।”


📢 इस घोटाले का प्रभाव

  • मामला केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि संस्थागत जवाबदेही और व्यवस्था की पारदर्शिता पर भी सवाल उठाता है।

  • अगर आरोप सिद्ध होते हैं तो यह प्रदेश के सबसे बड़े मुआवजा घोटालों में से एक माना जाएगा।


📝 निष्कर्ष

सरकार ने प्रारंभिक स्तर पर सख्त कदम उठाते हुए सस्पेंशन और जांच की कार्रवाई शुरू कर दी है। अब सबकी निगाहें EOW की जांच और घरघोड़ा थाने की एफआईआर पर टिकी होंगी।

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