महासमुंद। जिला मुख्यालय में रोज हो रही बिजली कटौती पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अमरजीत चावला ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रभार वाले ऊर्जा विभाग में यह हाल है कि एक्सेस बिजली वाला प्रदेश होने के बावजूद यहां रोज बिजली कटौती की जा रही है और ग्रामीण क्षेत्रों का तो और भी बुरा हाल है।
- मचेवा व तुमगांव के आसपास के सभी गांव में रोज घंटों बिजली बगैर किसी पूर्व सूचना के बन्द कर दी जाती है। नयापारा और बेमचा फीडर का भी हाल-बेहाल है। वोल्टेज कभी भी कम ज्यादा हो जाता है।
अधिकारी रो रहे स्टॉफ का रोना
- अमरजीत ने जारी बयान में कहा कि थोड़ी सी हवा चलती है या बारिश होती है, बिजली तुरंत बंद कर दी जाती है जो हवा-पानी बन्द होने के बावजूद घंटों नही आती।
- बिजली विभाग में फोन करो तो फ़ोन हमेशा व्यस्त आता है। अधिकारियों से बात करो तो वे हमेशा कम स्टाफ का रोना रोते है।
- निजी हाथों में होने की वजह से अक्सर एवरेज बिल के नाम से उपभोक्ताओं की जेब में बडा डाका डाला जा रहा है।
- बिजली सुधारने वाला स्टॉफ और रिपेयरिंग गाड़ियों की भी कमी है।
दोहरे मापदंड का लगाया आरोप
- चावला ने कहा कि यह आसानी से समझ में आता है कि जब जिला मुख्यालय का ये हाल है तो जिले के अन्य ब्लॉकों में बिजली का क्या हाल होगा।
- सरकार पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि राजधानी में भी आंधी तूफान आता है, पर चूंकि वहां बड़े अधिकारी और मंत्री रहते हैं।
- वहां कभी बिजली बंद नही होती। लेकिन, ग्रामीण जनता का शोषण हर जगह होता है और कोई सुनवाई नही होती।
- मंत्रियों और बड़े अधिकारियों के बंगलों का लाखों का बिल बकाया है। कोई पूछने वाला नही और किसानों का बिल माफ करने को कोई राजी नही।