रायपुर। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है। अब कर्मचारी संघ की मांग भी तेज हो रही है। अब छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने भी आंदोलन करने की ठान ली है। प्रदेश संघ के आव्हान पर प्राथमिक, वृहताकार, आदिम जाति और कृषक सेवा सहकारी समितियों में कार्यरत कर्मचारी भी अपनी मांगों को लेकर 18 जून को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करने जा रहे हैं।
यहां पढ़े: http://सोसायटी केंद्र में सुविधाओं का अभाव मंत्री से किया शिकायत
इन मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना
शासन से संघ की मांग है कि प्रदेश के 133 प्राथमिक प्राथमिक, वृहताकार, आदिम जाति और कृषक सेवा सहकारी समितियों में कार्यरत कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के लिए वित्तीय अनुदान देते हुए राज्य शासन का कर्मचारी का दर्जा दिया जाए।
यहां पढ़े: http://पढ़िए यहां चार लोगों को हत्या करने वाला युवक ने क्या कहा
साथ ही, नियमितीकरण की सुविधा व लाभ देते हुए समान वेतन दिया जाए। इसी मांग को लेकर प्रदेशभर के सहकारी समितियों के कर्मचारी 18 जून को राजधानी रायपुर के ईदगाह भाठा मैदान में प्रदर्शन करेंगे।
http://जब किसान ने मक्के के दाने देकर सीएम का किया स्वागत
अनिश्चितकालिन हड़ताल का दिए हैं चेतावनी
संघ के प्रांता अध्यक्ष ईश्वरी साहू ने कहा कि सहकारी समिति ने 25 मई को मांग पत्र शासन-प्रशासन को दिया था। लेकिन अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया।
यहां पढ़े: http://सरकारी डाक्टरों की लापरवाही से अस्पताल में प्रसुता घंटों तड़फती रही
इसलिए संघ ने चरणबद्ध आंदोलन का निर्णय लिया है। मांग पूरी नहीं होने की दशा में दो से चार जुलाई तक काली पट्टी लगाकर कार्य किया जाएगा। इसके बाद पांच व छह जुलाई को भोजन अवकाश के बाद समिति स्तर पर नारेबाजी की जाएगी। मांग पूरी नहीं होने पर नौ जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जाएगा।
http://90 किलो वजनी लॉकर को उठाकर ले गए चोर
किसानों को होगी दिक्कत
प्रदेश भर के 1333 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों में काम करने वाले लगभग 15 हजार कर्मचारी शामिल होंगे। इससे पीडीएस और खरीफ ऋण वितरण, साथ ही किसानों को खाद, दवाई और बीज वितरण का काम भी प्रभावित होगा।