Cyclone Mocha IMD Alert: IMD ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र आज चक्रवात का रूप ले सकता है। भारत में इससे नुकसान का खतरा कम है, क्योंकि 12 मई तक यह उत्तर-उत्तरपश्चिम की तरफ बढ़ेगा और फिर उसके बाद बांग्लादेश और म्यांमार की तरफ निकल जाएगा।
अंडमान द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश की संभावना IMD मौसम विभाग ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरे दबाव के क्षेत्र को देखते हुए अंडमान द्वीप समूह में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
पश्चिम बंगाल और ओडिशा में हाई अलर्ट पर तटरक्षक बल भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने कहा कि वह मौसम विभाग की मोका चक्रवात की भविष्वणाणी के बाद प्रतिक्रिया देने को तैयार है। मत्स्य पालन और नागरिक प्रशासन के साथ मौसम के अपडेट को साझा किया जा रहा है। बल ने कहा कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा में आईसीजी इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा गया है। गश्त पर आईसीजी जहाजों और निगरानी पर विमानों के साथ-साथ तटरक्षक रडार ऑपरेटिंग स्टेशन (आरओएस) पारादीप और हल्दिया के माध्यम से अंग्रेजी और स्थानीय भाषा दोनों में मौसम की चेतावनी प्रसारित की जा रही है।
‘नालंदा’ जहाज के प्रस्थान में देरी हुई
10 मई को कैंपबेल बे और नानकौड़ी के रास्ते चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर के लिए पोत ‘नालंदा’ की निर्धारित प्रस्थान को अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है। यात्री यहां फोनिक्स बे के सूचना काउंटर से जहाज की अद्यतन स्थिति और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए एक समर्पित फोन सेवा – नंबर 03192-245555/232714, टोल फ्री नंबर 18003452714 और चेन्नई काउंटर फोन नंबर 044 – 25226873 स्थापित किया गया है।
चक्रवाती तूफान शनिवार से कमजोर पड़ सकता है: IMD
IMD ने कहा कि चक्रवाती तूफान के धीरे-धीरे फिर से वापस लौटने, उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और 13 मई से थोड़ा कमजोर होने की संभावना है। और यह 14 मई की पूर्वाह्न के आसपास कॉक्स बाजार (बांग्लादेश) और क्यौकप्यू (म्यांमार) के बीच दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश और उत्तरी म्यांमार के तटों को पार कर सकता है। इस दौरान 110-120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है।
गहरे दबाव का क्षेत्र लगातार उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है। आईएमडी कार्यालय ने कहा कि मौसम प्रणाली धीरे-धीरे 11 मई की सुबह तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान और 12 मई की सुबह दक्षिण पूर्व और आसपास के मध्य बंगाल की खाड़ी में एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगी।
आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में गहरे दबाव का क्षेत्र पांच किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है और पोर्ट ब्लेयर से लगभग 540 किमी पश्चिम-दक्षिणपश्चिम में, कॉक्स बाजार (बांग्लादेश) से 1,460 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और सितवे (म्यांमार) के 1,350 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में केंद्रित है। आईएमडी ने कहा कि इसके कुछ समय के लिए उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और फिर उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने और आज शाम के आसपास उसी क्षेत्र में एक चक्रवाती तूफान में तेजी लाने की संभावना है।
चक्रवात मोका का झारखंड में असर
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बुधवार को एक मौसम अधिकारी के हवाले से बताया कि झारखंड के अधिकांश हिस्सों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। उन्होंने कहा कि अगले तीन से चार दिनों तक गर्मी की स्थिति ऐसी ही रहने की संभावना है, जिसके बाद बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने वाले चक्रवात मोका के मामूली प्रभाव के कारण पारा दो से चार डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने कहा कि आसमान में बादल छाए रहने और कुछ हिस्सों में हल्की बारिश को छोड़कर राज्य में चक्रवात का ज्यादा असर देखने को नहीं मिलेगा।
बंगाल में आज बढ़ सकता है तापमान
मौसम विभाग के एक बयान में कहा गया है कि कोलकाता में मंगलवार को अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दक्षिण बंगाल के जिलों में तापमान 38-40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा और अगले 24 घंटे में भी इसी के आसपास बना रहेगा। शहर में और इसके आसपास के स्थानों पर अधिकतम आर्द्रता 84 प्रतिशत दर्ज की गई।मौसम विभाग के उप निदेशक (पूर्व क्षेत्र) संजीब बनर्जी ने कहा कि बुधवार को तापमान के और बढ़ने की संभावना है।
चक्रवात को लेकर तैयारियों पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों को चक्रवात से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि राज्य सरकार स्थिति को संभालने के लिए तैयार है। सीएम बनर्जी ने कहा कि अगर कुछ अलग परिस्थितियां आती हैं, तो हम तटीय इलाकों से लोगों को बचाएंगे, क्योंकि चक्रवात बांग्लादेश और फिर म्यांमार तक जाएगा।
बंगाल की खाड़ी में वायुमंडलीय स्थितियों पर जलवायु वैज्ञानिक ने कही यह बात भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान, पुणे के जलवायु वैज्ञानिक रॉक्सी मैथ्यू कोल ने कहा कि म्यांमार के पास समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी) बंगाल की खाड़ी की तुलना में सामान्य से 1-2 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। बंगाल की खाड़ी का तापमान लगभग 30-32 डिग्री सेल्सियस है। उपसतह की स्थिति भी गर्म है, लेकिन खाड़ी के केंद्र जितनी गर्म नहीं है। कोल ने आगे कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र और वायुमंडलीय दोनों स्थितियां चक्रवात के विकास के लिए अनुकूल हैं। समुद्र की सतह का तापमान असामान्य रूप से 1-2 डिग्री सेल्सियस तक गर्म होता है और चक्रवात के बनने और तीव्रता के लिए गर्मी और नमी की निरंतर आपूर्ति प्रदान करने के लिए उपसतह की गर्मी भी पर्याप्त है।
अंडमान प्रशासन ने लोगों को किया अलर्ट
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह प्रशासन ने लोगों को सतर्क कर दिया है क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मंगलवार देर रात के बाद तेज होने की संभावना है। कम दबाव का क्षेत्र अब दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर में स्थित है।
पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश की संभावना
नौ से 11 मई के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकांश स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। चक्रवात मोका के प्रभाव के कारण सप्ताहांत के दौरान भारत के पूर्वोत्तर में भारी दर्ज किए जाने की संभावना है। त्रिपुरा और मिजोरम में 13 मई को छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश और 14 मई को छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। नगालैंड, मणिपुर और दक्षिण असम में भी रविवार को भारी वर्षा होने की संभावना है।
पर्यटकों को IMD ने दी यह सलाह
आईएमडी ने 9 से 12 मई के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास और 9 से 13 मई के दौरान दक्षिणपूर्व और मध्य बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के समुद्री क्षेत्रों में पर्यटन, अपतटीय गतिविधियों और शिपिंग को लेकर सलाह दी है। आईएमडी ने पर्यटकों को इन क्षेत्रों में जाने से मना किया है।
मौसम कार्यालय ने कहा कि चक्रवात के शुरुआत में 12 मई की सुबह तक उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और बाद में बांग्लादेश और म्यांमार की तटों की ओर बढ़ने की उम्मीद है।
अंडमान सागर में नहीं जाने की सलाह
आईएमडी ने मछुआरों, छोटी नाव चलाने वालों, बड़ी नाव और ट्रॉलर चलाने वालों को मंगलवार के बाद से दक्षिण पूर्व और मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तर अंडमान सागर में नहीं जाने की सलाह दी है। आईएमडी ने कहा कि कम दबाव के क्षेत्र के अवसाद में बदलने की वजह से अंडमान व निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में गुरुवार तक कहीं हल्की तो कही मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है।
Cyclone Mocha IMD Alert: IMD ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र आज चक्रवात का रूप ले सकता है। भारत में इससे नुकसान का खतरा कम है, क्योंकि 12 मई तक यह उत्तर-उत्तरपश्चिम की तरफ बढ़ेगा और फिर उसके बाद बांग्लादेश और म्यांमार की तरफ निकल जाएगा।
अंडमान द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश की संभावना IMD मौसम विभाग ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरे दबाव के क्षेत्र को देखते हुए अंडमान द्वीप समूह में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
पश्चिम बंगाल और ओडिशा में हाई अलर्ट पर तटरक्षक बल भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने कहा कि वह मौसम विभाग की मोका चक्रवात की भविष्वणाणी के बाद प्रतिक्रिया देने को तैयार है। मत्स्य पालन और नागरिक प्रशासन के साथ मौसम के अपडेट को साझा किया जा रहा है। बल ने कहा कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा में आईसीजी इकाइयों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा गया है। गश्त पर आईसीजी जहाजों और निगरानी पर विमानों के साथ-साथ तटरक्षक रडार ऑपरेटिंग स्टेशन (आरओएस) पारादीप और हल्दिया के माध्यम से अंग्रेजी और स्थानीय भाषा दोनों में मौसम की चेतावनी प्रसारित की जा रही है।
‘नालंदा’ जहाज के प्रस्थान में देरी हुई
10 मई को कैंपबेल बे और नानकौड़ी के रास्ते चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर के लिए पोत ‘नालंदा’ की निर्धारित प्रस्थान को अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है। यात्री यहां फोनिक्स बे के सूचना काउंटर से जहाज की अद्यतन स्थिति और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए एक समर्पित फोन सेवा – नंबर 03192-245555/232714, टोल फ्री नंबर 18003452714 और चेन्नई काउंटर फोन नंबर 044 – 25226873 स्थापित किया गया है।
चक्रवाती तूफान शनिवार से कमजोर पड़ सकता है: IMD
IMD ने कहा कि चक्रवाती तूफान के धीरे-धीरे फिर से वापस लौटने, उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और 13 मई से थोड़ा कमजोर होने की संभावना है। और यह 14 मई की पूर्वाह्न के आसपास कॉक्स बाजार (बांग्लादेश) और क्यौकप्यू (म्यांमार) के बीच दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश और उत्तरी म्यांमार के तटों को पार कर सकता है। इस दौरान 110-120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है।
IMD ने कहा कि गहरे दबाव का क्षेत्र लगातार उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है। आईएमडी कार्यालय ने कहा कि मौसम प्रणाली धीरे-धीरे 11 मई की सुबह तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान और 12 मई की सुबह दक्षिण पूर्व और आसपास के मध्य बंगाल की खाड़ी में एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगी।
आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में गहरे दबाव का क्षेत्र पांच किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ रहा है और पोर्ट ब्लेयर से लगभग 540 किमी पश्चिम-दक्षिणपश्चिम में, कॉक्स बाजार (बांग्लादेश) से 1,460 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और सितवे (म्यांमार) के 1,350 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में केंद्रित है। आईएमडी ने कहा कि इसके कुछ समय के लिए उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और फिर उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने और आज शाम के आसपास उसी क्षेत्र में एक चक्रवाती तूफान में तेजी लाने की संभावना है।
चक्रवात मोका का झारखंड में असर
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बुधवार को एक मौसम अधिकारी के हवाले से बताया कि झारखंड के अधिकांश हिस्सों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। उन्होंने कहा कि अगले तीन से चार दिनों तक गर्मी की स्थिति ऐसी ही रहने की संभावना है, जिसके बाद बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने वाले चक्रवात मोका के मामूली प्रभाव के कारण पारा दो से चार डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने कहा कि आसमान में बादल छाए रहने और कुछ हिस्सों में हल्की बारिश को छोड़कर राज्य में चक्रवात का ज्यादा असर देखने को नहीं मिलेगा।
बंगाल में आज बढ़ सकता है तापमान
मौसम विभाग के एक बयान में कहा गया है कि कोलकाता में मंगलवार को अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दक्षिण बंगाल के जिलों में तापमान 38-40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा और अगले 24 घंटे में भी इसी के आसपास बना रहेगा। शहर में और इसके आसपास के स्थानों पर अधिकतम आर्द्रता 84 प्रतिशत दर्ज की गई।मौसम विभाग के उप निदेशक (पूर्व क्षेत्र) संजीब बनर्जी ने कहा कि बुधवार को तापमान के और बढ़ने की संभावना है।
अंक ज्योतिष: गुरुवार जानिए आपका लकी नंबर और शुभ रंग
चक्रवात को लेकर तैयारियों पर पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों को चक्रवात से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि राज्य सरकार स्थिति को संभालने के लिए तैयार है। सीएम बनर्जी ने कहा कि अगर कुछ अलग परिस्थितियां आती हैं, तो हम तटीय इलाकों से लोगों को बचाएंगे, क्योंकि चक्रवात बांग्लादेश और फिर म्यांमार तक जाएगा।
बंगाल की खाड़ी में वायुमंडलीय स्थितियों पर जलवायु वैज्ञानिक ने कही यह बात भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान, पुणे के जलवायु वैज्ञानिक रॉक्सी मैथ्यू कोल ने कहा कि म्यांमार के पास समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी) बंगाल की खाड़ी की तुलना में सामान्य से 1-2 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। बंगाल की खाड़ी का तापमान लगभग 30-32 डिग्री सेल्सियस है। उपसतह की स्थिति भी गर्म है, लेकिन खाड़ी के केंद्र जितनी गर्म नहीं है। कोल ने आगे कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र और वायुमंडलीय दोनों स्थितियां चक्रवात के विकास के लिए अनुकूल हैं। समुद्र की सतह का तापमान असामान्य रूप से 1-2 डिग्री सेल्सियस तक गर्म होता है और चक्रवात के बनने और तीव्रता के लिए गर्मी और नमी की निरंतर आपूर्ति प्रदान करने के लिए उपसतह की गर्मी भी पर्याप्त है।
अंडमान प्रशासन ने लोगों को किया अलर्ट
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह प्रशासन ने लोगों को सतर्क कर दिया है क्योंकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मंगलवार देर रात के बाद तेज होने की संभावना है। कम दबाव का क्षेत्र अब दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर में स्थित है।
पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश की संभावना
नौ से 11 मई के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकांश स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। चक्रवात मोका के प्रभाव के कारण सप्ताहांत के दौरान भारत के पूर्वोत्तर में भारी दर्ज किए जाने की संभावना है। त्रिपुरा और मिजोरम में 13 मई को छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश और 14 मई को छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। नगालैंड, मणिपुर और दक्षिण असम में भी रविवार को भारी वर्षा होने की संभावना है।
पर्यटकों को IMD ने दी यह सलाह
आईएमडी ने 9 से 12 मई के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास और 9 से 13 मई के दौरान दक्षिणपूर्व और मध्य बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के समुद्री क्षेत्रों में पर्यटन, अपतटीय गतिविधियों और शिपिंग को लेकर सलाह दी है। आईएमडी ने पर्यटकों को इन क्षेत्रों में जाने से मना किया है।
मौसम कार्यालय ने कहा कि चक्रवात के शुरुआत में 12 मई की सुबह तक उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और बाद में बांग्लादेश और म्यांमार की तटों की ओर बढ़ने की उम्मीद है।
अंडमान सागर में नहीं जाने की सलाह
आईएमडी ने मछुआरों, छोटी नाव चलाने वालों, बड़ी नाव और ट्रॉलर चलाने वालों को मंगलवार के बाद से दक्षिण पूर्व और मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तर अंडमान सागर में नहीं जाने की सलाह दी है। आईएमडी ने कहा कि कम दबाव के क्षेत्र के अवसाद में बदलने की वजह से अंडमान व निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में गुरुवार तक कहीं हल्की तो कही मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है।