महासमुंद। पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता डॉ विमल चोपड़ा ने तुमगांव ओव्हर ब्रिज के निर्माण में गति नही ला पाने के लिए शासन-प्रशासन एवं राज्य सरकार के जनप्रतिनिधि को जिम्मेदार मानते हुए उनकी निंदा की है। डॉ चोपडा ने पूर्ण राशि की प्रशासकीय स्वीकृति होने के बावजूद भू-अधिग्रहण न होने एवं कार्य के शहर की ओर प्रारंभ न होने के बाद विधायक द्वारा दलदली रोड एवं शंकर नगर में अंडर ब्रिज के लिए रेल मंत्री को पत्र लिखना घड़ियाली ऑसू से ज्यादा नही है। जनता के लंबे संघर्ष के बाद ओव्हर ब्रिज निर्माण प्रारंभ हुआ, पूर्ण राशि की व्यवस्था हुई। इस संघर्ष में कलेक्टर के घेराव के बाद गति के साथ काम प्रारंभ हुआ, लेकिन कांग्रेस की सरकार के बनते ही काम पूर्णतः रूक गया। इस कार्य को गति देने की बजाए दो अंडर ब्रिज का नया राग अलापना अपने आप में जनता को धोखा देने वाला है।
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विधायक प्रयास कर इन दो अंडर ब्रिज को राज्य सरकार के मद से करा सकते हैं, जिसके लिए बहुत ज्यादा राशि की आवश्यकता नही है। इस प्रकार के पत्र लिखकर विधायक भविष्य में इन कार्यो की स्वीकृति पर उंगली कटाकर शहीद होने की व्यवस्था कर रहे हैं। तुमगांव क्रांसिंग पर ओवर ब्रिज के लिए अडंगा लगाने वाले लोग दलदली एवं शंकर नगर का नया राग अलाप रहे जबकि आज आम जनता ओवर ब्रिज के रूके काम को लेकर त्रस्त हैं। जनता की इस भयंकर कठिनाई को लेकर रत्ती मात्र चिंतित न होना एवं कोई प्रयास न करना विधायक की निष्क्रियता का अनोखा उदाहरण है। जबकि यह कार्य मात्र सरकार के उंगली हिलाने से हो सकता है, क्योकि इसके लिए फंड की व्यवस्था पूर्व कार्यकाल में हो चुकी है। जनता इस प्रकार की दूसरे पर थोपने वाली मांग को लेकर भुलावे में नही आने वाली है बल्की यह तो अपनी जिम्मेदारी से मांगने का अनोखा उदाहरण है।
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