महासमुंद. कई दिनों से महासमुंद शहर अशांत है। दरअसल, बीते दिन सिटी कोतवाली के भीतर विधायक डा. विमल चोपड़ा और उनके समर्थकों के उपर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई थी। इसे लेकर जहां राजनीतिक सरगर्मी तेज हुई। शासन ने घटना को लेकर जांच के आदेश दिए। जांच कमेटी बैठी, जांच भी शुरू हुआ। लेकिन यहां मामला शांत नहीं हुआ। पुलिस विभाग के अफसर और कर्मचारी लाठी चार्ज की घटना को झुठलाने और विधायक द्वारा कानून व्यवस्था तोड़ने जैसे अर्नगल टिप्पणी शुरू कर दी। इसके लिए विभाग ने सोशल मीडिया का सहारा लिया। बतादें कि सरकार ने जिन नियम-शर्तो पर विभाग के कर्मचारियों को मोबाइल सीम उपलब्ध की है, उसी सीम का उपयोग कर व्हाट्सएप के माध्यम से भ्रामक जानकारी लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। यहां तक व्हाट्सएप में डाली गई पोस्ट को लेकर पुलिस अधीक्षक भी टिप्पणी कर चुके हैं।
पुलिस कार्यप्रणाली पर उठ रहे कई शिकायत
- पुलिस विभाग द्वारा कहा जा रहा महासमुंद में जितने वार्ड नहीं उतने उनके खिलाफ एफआईआर
- बतादें कि अधिकांश मामले डा. चोपड़ा पर अवैध शराब से संबंधित दर्ज हैं
- लंबे समय से डा. चोपड़ा शराब के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, ऐसे में मामला दर्ज होना कोई आश्चर्य नहीं है।
- विपक्ष पार्टी को छोड़ सत्ताधारी के नेता भी डा. चोपड़ा के खिलाफ हुए इस घटना भुनाने में लगे हैं।
- शासन ने जांच के आदेश दिए हैं ऐसे में सोशल मीडिया में अर्नगल टिप्पणी
- जिन मोबाइल नंबर से टिप्पणी किया जा रहा है वह सरकारी है ऐसे में कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
यहां पढ़े: http://विधायक एवं उनके समर्थकों पर पुलिस ने बर्बरता पूर्वक चलाई लाठी
विधायक के निज सचिव ने की एसपी से शिकायत
- लाठीचार्ज की घटना के बाद पुलिस अब सोशल मीडिया में पुलिस द्वारा विधायक डॉ विमल चोपड़ा के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है।
- इसकी शिकायत विधायक डॉ विमल चोपड़ा के कहने पर उनके निज सचिव राहुल ध्रुव ने एसपी संतोष सिंह से करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
- इसके अलावा पुलिस के इस अभियान को लेकर विधायक ने भी आला अफसरों के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष व गृहमंत्री से इसकी शिकायत करने की बात कही है।
- विधायक के निज सचिव राहुल ध्रुव ने बताया कि लाठीचार्ज की घटना के बाद सोशल मीडिया में पुलिस के जिम्मेदारी अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा विधायक डॉ चोपड़ा के खिलाफ अनर्गल बातें पोस्ट की जा रही है।
- इसकी जानकारी आला अधिकारियों को होने के बाद अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
- जिससे सोशल मीडिया में विधायक के खिलाफ दुष्प्रचार करने वाले कर्मचारियों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं। उन्होंने बताया है कि वाट्स्पएप में किस तरह से थाना प्रभारी सहित पुलिस के कर्मचारी पोस्ट कर रहे हैं।
- वहीं दूसरी ओर विधायक डॉ विमल चोपड़ा ने भी इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि के खिलाफ अधिकारी-कर्मचारी बेखौफ होकर दुष्प्रचार कर रहे हैं।
- ऐसे में तो अधिकारी-कर्मचारी प्रदेश के मुख्यमंत्री व मंत्रियों के खिलाफ भी अनर्गल बातें सोशल मीडिया में पोस्ट कर सकते हैं। यह कृत्य उनके सर्विस रूल के खिलाफ भी है।
- उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए।
- उन्होंने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर पुलिस के इस अभियान के बारे में सबूत के साथ जानकारी देकर कार्रवाई की मांग की गई है।
विधायक डा. विमल चोपड़ा ने कहा पुलिस विभाग द्वारा उनके खिलाफ लगातार दुष्प्रचार किया जा रहा है। मामले को लेकर गृह मंत्री और संबंधित विभाग के उच्चअफसरों से इसकी शिकायत की गई है।
ऐसे किया जा रहा दुष्प्रचार खुद देखिए:



