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यहां हर शाम लगती है एकल पाठशाला, पहली से आठवीं तक के छात्रों के साथ छोटे बच्चे भी बनते सहपाठी

बारनवापारा क्षेत्र में चलाया जा रहा एकल अभियान

बारनवापारा। वनांचल क्षेत्र के गांवों में इन दिनों एकल अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत गांव के सार्वजनिक रंगमंच में हर शाम दो घंटे स्कूल संचालित की जा रही है। इस पाठशाला में पहली से लेकर आठवीं तक के छात्र-छात्राएं पढ़ाई करने पहुंचते हैं। इतना ही नहीं गांव के छोटे-छोटे बच्चे भी इनके क्लॉस में सहपाठी बनते हैं।

  • कसडोल विकासखंड के ग्राम मुड़पार में भी एकल पाठशाला का संचालन किया जा रहा है। इसमें मल्लिका, रेणुका, जागृति, ओमकुमारी, करिमा, संजय, रविन्द्र, रवि, सत्यम, संदीप, मनीष, शाहिल, समीर आदि छात्र-छात्राएं शाम होते ही रंगमंच में पढ़ते दिखाई देते हैं।

एकल पाठशाला में कुल 46 बच्चे

  • शिक्षक का दायित्व निभा रहे गांव के ही धर्मेंद्र कुमार से चर्चा करने पर बताया कि यहां हर शाम लगभग 2 घंटे की कक्षा लगाकर कुल 46 बच्चों को पढा़ई करा रहे हैं।
  • इसमें से 35 बच्चे शासकीय स्कूल में कक्षा पहली से आठवीं के विद्यार्थी हैं, जो शाम की इस शाला में एक साथ पढा़ई करने पहुंचते हैं।
  • बाकी, छोटे बच्चों की संख्या को छोड़कर इनकी संख्या को एक फार्म में भरकर हर माह झलप की शिशु मंदिर संस्था को मासिक मिटिंग के दौरान प्रस्तुत किया जाता है।

अन्य गांवों में भी स्कूल संचालित

  • उन्होंने बताया कि एकल पाठशाला में गणित, अंग्रेजी, हिंदी, पर्यावरण सहित अन्य विषयों अध्यापन कराया जाता है।
  • उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त क्षेत्र के अन्य गांवों में भी इस अभियान के तहत कक्षा संचालित की जा रही है।
  • इसके लिए संबंधित संस्था द्वारा इन्हें 900 प्रति माह दिया जाएगा। हालाकि, अभी एक बार भी इन्हें यह राशि नही मिलना बताया।

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