Webmorcha.com ने भी कल्पेश जी से बहुत कुछ सीखा था... सबसे नीचे पढ़िए
छत्तीसगढ़। देश के जाने-माने पत्रकार और लेखक कल्पेश याज्ञनिक का गुरुवार को मध्यप्रदेश के इंदौर में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। गुरुवार रात साढ़े 10 बजे अखबार के दफ्तर में काम करने के दौरान ही याग्निक (55) को दिल का दौरा पड़ा।
- तत्काल उन्हें स्थानीय बॉम्बे अस्पताल ले जाया गया, जहां कई घंटे उनका इलाज चला,
- लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ।
- डॉक्टरों के मुताबिक इलाज के दौरान ही उन्हें दिल का दूसरा दौरा पड़ गया,
- जिसके बाद रात करीब दो बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उनसे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
- भोपाल में 22 और 23 अगस्त 2016 को हुए रेव्यू मिटिंग में कल्पेश जी से काफी कुछ सीखने का मौका मिला था।
यहां पढ़िए: http://सिंह राशिः हारना या जीतना नहीं, आपके प्रयास सबसे अधिक महत्वपूर्ण……जानिए राशिफल
नेशनल एडिटर कल्पेश सर की कुछ महत्वपूर्ण बात
- मेहनत, सपना, लगन, होगा, होने वाली है ऐसी काल्पनिक खबर से एवाइड कीजिए,
- रिजल्ट और जनरूचि की खबरें पाठक को पंसद है। सूचना से मत हटिए घटना जरूरी है।
- विलाप करने, डेथ फोटो, सीधी बात ऐसे बात अब पुरानी हो गई है, पाठक के पास समय नहीं है इसलिए इसका जीरो वैल्यू है।
यहां पढ़े: http://सीएम ने कहा अब छत्तीसगढ़ भी शामिल होगा एक लाख करोड़ से ज्यादा बजट वाले राज्यों में शामिल
- सीधा संबध जहां पाठकों से होता है जैसे मानवीय, अव्यवस्था, नाराजगी, को हम कैप्चर कर पाते हैं
- तो हम पाठकों के पास बेहतर परिणाम दे सकते हैं।
यह भी जानिए कैसा हो खबर:
- हेडलाइन अच्छा बनाने के चक्कर में अखवार में झूठ नहीं छापना चाहिए,
- किसी भी खबर को बड़ा पैकेज बनाने के लिए पूरे जिलेभर का गणना लिखना बोरिंग नॉलेज है।
- किसी भी मुद्दे को ताकत से लीजिए ताकि शासन-प्रशासन को आगे मामना पड़े,
- जिस कैपेंन का अंत नहीं है, वैसे खबरों को पेज भरने के लिए हम लगातार सीरिज चला रहे हैं।
- सीरिज ऐसा हो जिसका रिजल्ट हमे पहले से पता हो।
यहां पर यह भी पढ़िए: https://webmorcha.com/420-case-registered-against-sandeep-maheshwari-director-of-navbharat-group-2/http://नवभारत अखवार के डायरेक्टर पर 420 का मामला दर्ज
- प्रायमरी रीड प्रथम लाइन में हो, रीडर को हटकर क्या दे यह क्लीयर होना चाहिए,
- हेडलाइन स्पष्ट होने के साथ नॉलेज और फैक्ट होनी चाहिए।
- ईओडी, एनओडी में फोटो के साथ अन्य अखवारों के मुकाबले में हमारी खबर हट के हो जो सीधे पाठक के दिल और दिमाक में असर करें।
- फ्रंट पेज पर कम से कम 8 से 10 खबर के साथ चार कॉलम से खबर बड़ी न हो आठ कॉलम खबर तो कंपनी के