“महासमुंद आत्मदाह: पारिवारिक झगड़ा या छिपी हत्या?” एक जीवन बुझा, कई सवाल बाकी…

महासमुंद जिले के पटपरपाली गांव

महासमुंद जिले के पटपरपाली गांव में बुधवार 11 जून को हुई आत्मदाह की घटना अब केवल आत्महत्या नहीं लगती—बल्कि यह एक ऐसा मामला बन चुका है, जहां आत्मदाह और हत्या के बीच की रेखाएं धुंधली हो गई हैं।

36 वर्षीय सोहन साहू, जो पहले से विकलांग था और अपने माता-पिता व भाई के साथ ज़मीन बंटवारे को लेकर लंबे समय से विवाद में उलझा था, अंततः थक-हारकर आग में कूद गया। वह अपने ही सगे भाई की कपड़ा दुकान के पीछे रखे पैरावट में खुद को आग के हवाले कर बैठा। रायपुर मेकाहारा में 50% से अधिक झुलसने के बाद उसकी मौत हो गई।

यह एक सामान्य पारिवारिक झगड़ा नहीं था। घटना से एक दिन पहले गांव में पंचायत बैठी थी, समझौते की कोशिश हुई लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। शाम को बाप-बेटे के बीच जमकर मारपीट भी हुई थी। इन तमाम परिस्थितियों को देखते हुए अब यह सवाल उठने लगे हैं—क्या यह सचमुच आत्मदाह था, या फिर कोई छुपी हुई साजिश?

टूटती सामाजिक संरचना की कहानी

सोहन साहू की यह मौत केवल एक पारिवारिक विवाद का नतीजा नहीं है, बल्कि यह हमारे सामाजिक ताने-बाने में आती दरारों की चेतावनी है। ग्रामीण भारत में जमीन का मतलब सिर्फ ज़मीन नहीं, बल्कि सम्मान, अस्तित्व और अधिकार है। जब यही अधिकार पारिवारिक दुश्मनी में तब्दील हो जाए, तो उसकी आग केवल खेत नहीं, ज़िंदगियां भी जला डालती है।

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जिम्मेदारी किसकी?

प्रशासन फिलहाल जांच में जुटा है, लेकिन क्या यह काफी है? क्या पंचायत ने अपनी भूमिका सही ढंग से निभाई? क्या किसी सामाजिक या प्रशासनिक हस्तक्षेप से इस त्रासदी को रोका जा सकता था? इन सवालों के जवाब न केवल इस केस में, बल्कि देश के हजारों गांवों में ऐसे ही दबे-बुझते विवादों को समझने में मदद करेंगे।

एक पुकार, जो अनसुनी न हो

अब जब सोहन साहू की अंत्येष्टि की तैयारी हो रही है, गांव में सन्नाटा है, अफसोस है… लेकिन अगर इस घटना से हमने कुछ नहीं सीखा, तो यह अफसोस भी खोखला साबित होगा।

यह घटना केवल एक खबर नहीं है। यह एक चेतावनी है कि अगर समय रहते संवाद, सहानुभूति और समाधान की कोशिश नहीं की गई, तो हमारे समाज के और भी कमजोर लोग ऐसे ही रास्ते पर चले जाएंगे।

हमें एक ऐसे समाज की ज़रूरत है जहां आग में नहीं, बातचीत में समाधान निकलें। जहां विवादों की चिंगारी इंसानों की जिंदगियां न लील जाए।

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