आज तक हमने प्रदेश सहित देश में एम्बुलेंस या शव वाहन नहीं मिलने पर परिजनो के द्वारा शवों को कंधे और सायकिल पर ले जाते सुना है. लेकिन असम के एक गांव में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमे एक प्रसुता को स्ट्रेचर नहीं मिलने के कारण परिजन उसे प्लास्टिक के बोरे में रखकर 5 किमी तक पैदल चले, और बीच में ही प्रसुता ने बच्चे को जन्म दे दिया।
असम। प्रदेश में घुपैठियों को लेकर वर्तमान में राजनीतिक घमासान है। गृह मंत्री अमित शाह ने साफ कह दिया है कि यहां अप्रवासियों को ठहरने नहीं दिया जाएगा। इसी का नतीजा है कि यहां के मूल निवासियों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है। कुछ देर पहले एएनआई ने ट्वीट कर वीडियो शेयर किया है, जिसमें एक प्रसुता को अस्पताल समय पर नहीं मिल पाता। जिसके कारण प्रसुता प्लास्टिक और कपड़े के चादर से बने स्ट्रेचर में ही बच्चे को जन्म दे दिया। यही नहीं प्रसुता को दो लोगों ने कंधे पर डालकर पांच किलो पैदल जाकर अस्पताल तक पहुंचाया।
आप खुद देखिए यह वीडियो:
#WATCH Assam: A woman gave birth on her way to a state Dispensary on a make-shift stretcher made using cot, plastic sheet and cloth, in Udalguri village of Chirang. Two people had to carry the woman on the make-shift stretcher for 5 km. (08-09) pic.twitter.com/gHkC4P8ZiP
— ANI (@ANI) September 9, 2019
#WATCH असम: चिरांग के उदलगुरी गाँव में एक महिला ने खाट, प्लास्टिक की चादर और कपड़े का इस्तेमाल करके बने शिफ्ट स्ट्रेचर पर एक डिस्पेंसरी के रास्ते में जन्म दिया। 5 किलोमीटर तक मेक-शिफ्ट स्ट्रेचर पर दो लोगों को महिला को ले जाना पड़ा।
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