महासमुंद। नगर में आयोजित चार दिवसीय 19 वीं राज्य स्तरीय शालेय खेलकूद स्पर्धा भारी अव्यवस्थाओं के संपन्न हुआ। बाहर से आए खिलाड़ी, पालकों और कोच में भारी आक्रोश देखा गया। स्पर्धा में पारदर्शिता नहीं होने को लेकर कई सवाल खड़े हुए। स्थिति यह रही कि टेबल टेनिस विशेषज्ञ को बैडमिंटन नेशनल खिलाड़ी तैयार करने की जिम्मेदारी दे दी गई थी। कोच और खिलाड़ियों ने बताया कि अचानक आयोजक द्वारा रूल चेंज कर दी गई, जबकि रूल चेंज करने संबंधी जानकारी बाहर से आए कोच को भी नहीं दी गई। जो खिलाड़ी नेशनल स्तर पर जा सकते थे, उन खिलाड़ियों को छोड़कर हारे हुए खिलाड़ियों का चयन करने का आरोप कोच और पालकों ने लगाया है।
http://बौखलाए पाकिस्तान ने LoC पर तैनात किए 2000 सैनिक
जशपुर जोन से पहुंचे सुनंदा चंद्रावंशी ने आयोजक पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिन्हें बैडमिंटन की जानकारी नहीं है, ऐसे लोगों को चयन प्रक्रिया की जिम्मेदारी दी गई है। बीजापुर स्पोट्स एकाडमी के अर्सिटेंट कोच गोपीराम मंडावी ने बताया कि किसी भी रूल को बदलते हैं तो इसकी जानकारी कोच को होनी चाहिए साथ ही इसकी प्रति उपलब्ध भी कराना चाहिए लेकिन यहां बाहर से पहुंचे कोच का किसी तरह मदद नहीं लिया गया। रायगढ़ जशपुर जोन से पहुंचे कोच राकेश सिंह ने बताया कि यहां मनमर्जी तरीके से चयन प्रक्रिया को पूरी की गई। मै लगातार तीन साल से हर टूर्नामेंट में कोच की जिम्मेदारी निभाते आ रहा हूं, लेकिन पहला अवसर है जहां नियम को ताक में रखकर स्पर्धा कराई गई।
http://VIDEO : War का पहला गाना ‘घुंघरू’ रिलीज़, जबरदस्त है ऋतिक-वाणी की केमिस्ट्री
अगर रूल चेंज किया गया तो इसके लिए पहले मिटिंग हुई होगी जिसमें बाहर से आए कोच को इसकी जानकारी दी जानी चाहिए थी। विनर बच्चों ने बताया कि जो बच्चे क्वाटर फायनल में पहुंचा उन्हें मौका नहीं दी गई, बल्कि हारे हुए खिलाड़ियों को मौका दिया गया। टेबल टेनिस स्पर्धा के आयोजक अफसर जेपी देव ने बताया कि रूल चेंज करने की जानकारी सभी को है, अचानक चेंज नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि मै टेबल टेनिस विशेषज्ञ हूं, मुझे डीपीआई द्वारा बैडमिंटन स्पर्धा में चयन के लिए भेजा गया है, इसमें मेरी क्या गलती है।
यहां देखिए वीडियो : खिलाड़ी, कोच और पालको ने क्या कहा…
[wds id=”1″]
https://www.facebook.com/?ref=tn_tnmn
https://www.facebook.com/webmorcha/?ref=bookmarks