छत्तीसगढ़. टेंडर दिलाने के नाम पर सूरजपुर जिले में लाखों रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. मामले में पीड़ित ने कांग्रेस नेता (congress leader) के अलावा एक अन्य आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. यह पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है. जानकारी के अनुसार, पीड़ित हितेश अग्रवाल ने कोतवाली थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई की है. पीड़ित ने बताया कि वर्ष 2021 में कोविड महामारी की वजह से उसकी फैक्ट्री बन्द होने के कगार में थी.
इसी दौरान उसकी मुलाकात रायपुर के रहने वाले श्रीनिवास अय्यर (Srinivasa Iyer) से हुई. उसने सीएम हाउस से टेंडर दिलाने के नाम पर उसकी मुलाकात वासुदेव यादव से कराई, जिसके बाद दोनों ने मिलकर टेंडर दिलाने के एवज में उससे 5 लाख रुपये ठग लिये. इस मामले में शिकायत मिलने के बाद पुलिस (Police) ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस मामले में जांच के बाद आगे कार्रवाई की कार्रवाई करेगी.
CG सीएम हाउस से टेंडर दिलाने के नाम पर नेताजी ने ठग लिए 5 लाख
मंगलवार की सुबह प्रवर्तन निदेशालय(ED) की टीम ने एक बार फिर से छापेमार कार्रवाई की है। प्रदेश में ईडी ने 2000 करोड रुपए के आसपास शराब घोटाले का दावा किया है। इस मामले में रायपुर के कारोबारी अनवर ढेबर ईडी की हिरासत में है और बार-बार महापौर एजाज ढेबर को भी पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर में बुलाया जा रहा है। अब मंगलवार को हुई छापेमारी के तार इसी कार्रवाई और घोटाले से जुड़े हैं।
खबर है कि अनवर से पूछताछ में छत्तीसगढ़ के बड़े ऐसे कारोबारियों के नाम सामने आए हैं जो हवाला का काम भी कर रहे थे। बड़ी मात्रा में रकम को विदेशी खातों में ट्रांसफर कर दिया करते थे, इसके अलावा कुछ ऐसे नाम भी सामने आए हैं जो आबकारी विभाग के अधिकारियों और कुछ नेताओं के साथ मिलीभगत करके शराब में अवैध पैसा बना रहे थे।
इनके ठिकानों पर सर्चिंग
मंगलवार को जिनके ठिकानों पर ईडी ने दबिश दी है, उनमें रवि बजाज, सुमित मालू और भिलाई के रहने वाले अरविंद सिंह शामिल हैं। इन सभी के ठिकानों पर ईडी की टीम सर्चिंग कर रही है।
2 महीने पहले मिले सबूत
28 मार्च को ED की टीम जमीन कारोबारी सुरेश बांदे, सीए प्रतीक जैन और कांग्रेस से जुड़े नेताओं के ठिकानों पर पहुंची थी। बुधवार 29 मार्च को रायपुर में IAS अनिल टुटेजा, शराब कारोबारी बलदेव सिंह भाटिया, भिलाई के होटल संचालक विनोद सिंह, रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, उनके भाई के घर पहुंची।
ये भी ईडी की रडार पर
दुर्ग जिला मुख्यालय की बात करें तो नेहरू नगर निवासी एन उदय राव, शराब कारोबारी पप्पू बंसल, स्मृति नगर निवासीअतुल सिंह, नेहरू नगर निवासी संजीव फतेपुरिया, आबकारी अफसर एपी त्रिपाठी के ठिकानों पर जांच की गई थी। इस छापे में ईडी को कई सबूत मिले अब यह सभी ईडी के रडार पर हैं।
बड़ी तादाद में रकम दुबई भेजी गई।
ईडी ने आधिकारिक तौर पर दावा किया है कि कारोबारी ढेबर और उसके साथियों ने प्रदेश में शराब के नाम पर एक सिंडिकेट खड़ा किया, जो सरकारी दुकानों में शराब की बोतल पहुंचने तक अपना मुनाफा उसमें जोड़ लिया करता था । इसमें शराब की बोतल बनाने से लेकर शराब की लेबलिंग करने वालों तक से वसूली की गई। बड़ी तादाद में रकम दुबई भेजी गई।