गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही। जिला अस्पताल में प्रसव के दौरान एक प्रसूता महिला का नग्न वीडियो बनाए जाने और फिर उसे व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल करने का मामला सामने आया है। इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

वायरल वीडियो के बाद महिला के पति ने गौरेला थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने IT एक्ट की धारा 66, 67A और BNS की धारा 79 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि वीडियो बनाने और वायरल करने में कौन-कौन जिम्मेदार है।
सिविल सर्जन का बयान
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. देवेंद्र पैकरा ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। ऑपरेशन थिएटर में डिजिटल घड़ी और दिनांक स्पष्ट दिखाई देने से उस दिन मौजूद सभी डॉक्टरों और स्टाफ से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि “बिना अनुमति वीडियो बनाना और उसे वायरल करना गंभीर अपराध है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
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अस्पताल सुरक्षा पर सवाल
विशेषज्ञों के मुताबिक, ऑपरेशन थिएटर में वीडियो बनाना पूरी तरह प्रतिबंधित है। यह न केवल रोगी की निजता का उल्लंघन है बल्कि मानवाधिकारों के खिलाफ भी है। माना जा रहा है कि वीडियो अस्पताल स्टाफ द्वारा ही बनाया गया होगा क्योंकि बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित रहता है।
जनाक्रोश और निंदा
इस शर्मनाक घटना के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की निंदा की है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।