ओडिशा, 10 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए IAS अधिकारी, सरकारी आवास से मिले 47 लाख रुपये नकद

ओडिशा

कालाहांडी (ओडिशा), 9 जून 2025। ओडिशा में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के तहत सतर्कता निदेशालय (Vigilance Directorate) ने रविवार शाम एक सनसनीखेज छापा मारा, जिसमें 2021 बैच के IAS अधिकारी धीमान चकमा को एक व्यवसायी से 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। चौंकाने वाली बात यह रही कि उनके सरकारी आवास से 47 लाख रुपये नकद भी बरामद हुए हैं।

रिश्वत की मांग और शिकायत

मिली जानकारी के अनुसार, धीमान चकमा, जो इस समय ओडिशा धरमगढ़ उप-कलेक्टर के पद पर तैनात हैं, ने जिले के एक व्यापारी से 20 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। उन्होंने पहली किस्त के रूप में 10 लाख रुपये की मांग की और धमकी दी कि अगर राशि नहीं दी गई, तो संबंधित व्यवसायिक गतिविधियों पर कार्रवाई की जाएगी।

पीड़ित व्यापारी ने सतर्कता विभाग में इस मामले की औपचारिक शिकायत की, जिसके बाद जांच एजेंसी ने योजना बनाकर कार्रवाई को अंजाम दिया।

बिछाया गया जाल, रंगे हाथ गिरफ्तार

ओडिशा सतर्कता टीम ने व्यापारी को चकमा के सरकारी आवास भेजा, जहां अधिकारी ने स्वयं रिश्वत की रकम लेकर उसे टेबल की दराज में रख दिया। बाद में की गई केमिकल टेस्टिंग (हैंडवॉश और दराज पर) से रिश्वत लेने की पुष्टि हुई। इसके बाद अधिकारी को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया।

47 लाख की नकदी बरामद

गिरफ्तारी के बाद अधिकारी के घर की गहन तलाशी ली गई, जिसमें ₹47,00,000 की नकदी, संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस बरामद किए गए हैं। विजिलेंस विभाग ने बताया कि यह तलाशी सोमवार सुबह तक जारी रही, और कई अहम साक्ष्य भी जब्त किए गए।

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प्रोफ़ाइल: कौन हैं धीमान चकमा?

धीमान चकमा मूल रूप से त्रिपुरा के कंचनपुर से हैं। उन्होंने NIT अगरतला से कंप्यूटर साइंस में स्नातक किया है और यूपीएससी परीक्षा पास कर 2021 बैच में IAS बने। इससे पहले वे ओडिशा कैडर में IFS अधिकारी के रूप में कार्यरत थे।

ओडिशा, 10 लाख की रिश्वत
ओडिशा, 10 लाख की रिश्वत

केस दर्ज, नौकरशाही में हलचल

चकमा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। उनकी गिरफ्तारी ने ओडिशा की नौकरशाही में भूचाल ला दिया है, और इस घटना को लेकर आमजन में भी रोष है।

विशेष टिप्पणी:

यह घटना यह बताती है कि चाहे व्यक्ति किसी भी ऊंचे पद पर क्यों न हो, भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई अब भी सख्ती से की जा रही है। सतर्कता विभाग की इस तत्परता की चारों ओर सराहना हो रही है।

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