रायपुर | 5 जुलाई 2025 — महादेव का प्रिय महीना सावन (Sawan 2025) इस बार 11 जुलाई शुक्रवार से प्रारंभ हो रहा है और 9 अगस्त शनिवार को समाप्त होगा। सनातन धर्म में यह महीना अत्यंत पावन माना गया है, जिसमें भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना, रुद्राभिषेक और व्रत-पूजन विशेष रूप से किए जाते हैं।
सावन का महीना सिर्फ आध्यात्मिक दृष्टि से नहीं, बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। इस माह में बहुत से लोग प्याज और लहसुन का सेवन त्याग देते हैं। यह परंपरा न केवल धार्मिक मान्यताओं से जुड़ी है, बल्कि इसके पीछे ठोस वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक कारण भी हैं।
🕉️ धार्मिक कारण:
प्याज और लहसुन को “तामसिक भोजन” माना गया है, जो शरीर में उत्तेजना, क्रोध और बेचैनी बढ़ाता है। व्रत, पूजा और ध्यान के दौरान सत्त्वगुण की प्रधानता रखी जाती है, इसलिए इन खाद्य पदार्थों का सेवन वर्जित होता है। फलहार और प्रसाद में इन्हें शामिल नहीं किया जाता।
🌿 स्वास्थ्य और आयुर्वेदिक कारण:
1️⃣ मानसून में इम्युनिटी कमजोर होती है
सावन में बारिश के साथ कई प्रकार की बैक्टीरियल और वायरल बीमारियां फैलती हैं। प्याज-लहसुन की तासीर गरम होती है, जिससे शरीर में हीट बढ़ती है और इम्यून सिस्टम असंतुलित हो सकता है।
2️⃣ शरीर में बढ़ाते हैं गर्मी और उत्तेजना
ध्यान, योग या ब्रह्मचर्य पालन करने वाले लोग इनका सेवन नहीं करते क्योंकि इससे मानसिक शांति पर असर पड़ सकता है। एंग्ज़ायटी, गुस्सा और बेचैनी जैसे लक्षण उभर सकते हैं।
3️⃣ गुड बैक्टीरिया को भी कर सकते हैं नष्ट
आयुर्वेद के अनुसार, लहसुन और प्याज में एंटीबैक्टीरियल तत्व होते हैं, लेकिन इनका अत्यधिक सेवन शरीर के ‘गुड बैक्टीरिया’ को भी समाप्त कर सकता है, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
4️⃣ लहसुन-प्याज दवा हैं, भोजन नहीं
आयुर्वेद इन्हें औषधि की तरह देखता है, जो आवश्यकता पड़ने पर ली जाती है — न कि रोजमर्रा के भोजन में शामिल करने के लिए।
⚠️ अस्वीकरण:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या के लिए कृपया अपने चिकित्सक या विशेषज्ञ से सलाह लें। WebMorcha इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
📌 सावन विशेष:
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📅 सावन प्रारंभ: 11 जुलाई 2025, शुक्रवार
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🕉️ समापन: 9 अगस्त 2025, शनिवार
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🌼 विशेष पर्व: हरियाली तीज, नागपंचमी, श्रावण सोमवार
🖋️ रिपोर्ट: WebMorcha डेस्क