रायपुर। एसीबी की टीम ने घूस लेते मेडिकल सर्विस कॉर्पोरेशन के अधिकारी को रंगे हाथ सवा लाख के साथ गिफ्तार किया गया है।
– मेडिकल सर्विस कॉर्पोरेशन के महाप्रबंधक वीरेंद्र जैन को एसीबी की टीम ने एक लाख 15 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।
– वीरेंद्र जैन अभी मेडिकल सर्विस कारपोरेशन में प्रभारी जीएम हैं।
– उन्हें टेंटेटिव तौर पर जीएम का प्रभार मिला हुआ है। उनका पदनाम डिप्टी जीएम टेक्निकल का था।
– छत्तीसगढ़ मेडिकल कार्पोरेशन में आकाश मिश्रा सप्लायर करीब 2 करोड़ रुपए की दवा की सप्लाई की थी।
– जिसका बिल लंबे समय से पेंडिंग था।
– बिल को पास कराने के एवज में वीरेंद्र जैन ने पैसे मांगे थे।
– परेशान किए जाने के बाद आकाश मिश्रा ने इसकी शिकायत एसीबी से की थी
– जिसके बाद शनिवार को एसीबी ने जाल फैलाते हुए जीएम को गिरफ्तार किया।
– पहली किश्त के तौर आकाश मिश्रा से आज वीरेंद्र जैन ने एक लाख 15 हजार रुपये मांगे थे।
– देने के लिए जगह कलर माल के पास चुना गया था।
– इस बात की सूचना आकाश ने एसीबी को दे दी।
– एसीबी ने इस सूचना के आधार पर अपना जाल बिछाया और फिर जैसे ही आकाश ने पैसे वीरेंद्र जैन को थमाया, पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
– फिलहाल जीएम एसीबी की हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ चल रही है।
– इधर घटना के बारे में एसीबी एसपी मनीष शर्मा ने बताया कि मेडिकल सर्विस कारपोरेशन के जीएम को आज ट्रैप किया है, उनके पास से रिश्वत के पैसे भी बरामद किये गये हैं। शिकायतकर्ता ने बताया था कि उनसे पैसे बिल पास कराने के एवज में मांगे जा रहे थे।
– शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। इस कार्रवाई में एसीबी के डीएसपी के स्तर के तीन अधिकारी शामिल थे।