रायपुर। छत्तीसगढ़ में लोक सेवा आयोग (CGPSC) इन दिनों सवालों के घेरे में है. CG PSC 2021 परीक्षा के रिजल्ट पर BJP ने गड़बड़ी का आरोप लगाया है. टॉप पोजिशन में आने वालों की लिस्ट में खरीदी बिक्री का आरोप लगाया है और CG पीएससी के अध्यक्ष पर गड़बड़ी कर अपने रिश्तेदारों को अलग अलग पदों पर चयन करवाने का भी आरोप लगाया गया है. इन आरोपों की जांच के लिए BJP ने राजभवन में शिकायत की है इसके साथ ही CBI को ज्ञापन देकर जांच की मांग की गई है.
BJP का आरोप CG PSC के अध्यक्ष ने अपने रिश्तेदारों का चयन किया!
बतादें, 11 मई को PSC ने रिजल्ट जारी किया है. इसमें रायपुर की प्रज्ञा नायक ने पूरे प्रदेश में टॉप किया है. लेकिन PSC के रिजल्ट पर BJP ने कांग्रेस के नेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों के रिश्तेदारों को चयन करने का आरोप लगाया गया है. BJP नेता गौरी शंकर श्रीवास ने दावा करते हुए कुछ लोगों के नाम भी जारी किया है. उन्होंने CG पीएससी के अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी पर सिंडिकेट बनाकर घोटाला करने का आरोप लगाया है.
BJP का दावा ये है PSC अध्यक्ष के रिश्तेदार
भाजपा के नेता गौरीशंकर श्रीवास ने दावा किया है कि, जारी किए गए रिजल्ट में सरनेम छुपाकर CG पीएससी के अध्यक्ष ने अपने बेटे को डिप्टी कलेक्टर बनाया है. BJP ने लिस्ट से कुछ नाम अलग कर बताया है कि नितेश – डिप्टी कलेक्टर. लिस्ट में सोनवानी सरनेम छुपाया गया है. ये CG पीएससी के अध्यक्ष के दत्तक पुत्र है. साहिल – DSP इसका सरनेम छुपाया गया क्योंकि ये CG पीएससी के अध्यक्ष का भतीजा है. सुनीता जोशी – श्रम पदाधिकारी CG पीएससी के अध्यक्ष के भांजी है.

रिजल्ट रोकने की मांग और अधिकारियों की हो नार्को टेस्ट
इसके बाद BJP के नेता गौरीशंकर श्रीवास ने रिजल्ट को तत्काल रद्द करने की मांग की है. राजभवन में शिकायत कर इस घोटाले पर जांच करवाने की मांग की गई है. बीजेपी नेता गौरीशंकर श्रीवास ने मीडिया से कहा कि प्रदेश लाखों अभ्यार्थियों के भविष्य का खिलवाड़ किया जा रहा है. हमारी मांग है कि उत्तर पुस्तिका का जांच हो और पीएससी के अधिकारियों का नार्को टेस्ट किया जाए. तत्काल परीक्षा के परिणाम पर रोक लगाई जाए. इस मामले में अब हम हाईकोर्ट भी जाएंगे.
कांग्रेस का पलटवार बीजेपी ने किया चयनित छात्रों का अपमान
BJP के आरोपों पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि सीजीपीएससी की परीक्षाएं पारदर्शी तरीके से होती है और उस में भाग लेने वाले अभ्यर्थी अपनी योग्यता क्षमता के आधार पर परीक्षा पास कर चयनित होते हैं. ऐसे में भाजपा के द्वारा उनके चयन पर सवाल उठाना चयनित बच्चों का अपमान है. इसके आगे ठाकुर ने बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए याद दिलाया कि प्रदेश के छात्र-छात्रायें उस दिन को भूले नहीं है, जब रमन सिंह मुख्यमंत्री थे उस दौरान शिक्षा मंत्री रहे केदार कश्यप की पत्नी के स्थान पर दूसरे युवती ने परीक्षा दी थी और उस नकल प्रकरण का भंडाफोड़ हुआ था.
Mangal Gochar: 45 दिनों तक इन राशियों पर जमकर होगी पैसौं की बारिश, किस्मत का मिलेगा साथ
इधर, CM ने कहा ब्यूरोक्रेट्स या राजनेता का बेटा होना कोई अपराध नहीं’
छत्तीसगढ़ में PSC 2021 की परीक्षा में हुए चयन को लेकर BJP सवाल खड़े कर रही है और रिजल्ट रद्द करने की मांग हो रही है। प्रदेश में अधिकारी चयन की इस बड़ी परीक्षा को लेकर उठे सवाल पर CM भूपेश बघेल का बड़ा बयान सामने आया है।
CM ने कहा कि प्रदेश में सिलेक्ट हुए कैंडिडेट्स में से किसी के ब्यूरोक्रेट्स और राजनीतिक परिवार का होना कोई अपराध नहीं है। पहले बीजेपी के समय में भी ब्यूरोक्रेट्स और राजनेताओं के बच्चों का सिलेक्शन हुआ है और मेरे पास पहले भी सिलेक्ट हुए लोगों के नाम हैं, लेकिन उसे उजागर करूंगा तो उन बच्चों का मन खराब होगा।
सीएम ने कहा कि सोशल मीडिया में जो बातें उठायी जा रही है, वो दुर्भाग्यजनक है। अगर बीजेपी के पास तथ्य हैं तो उसे सामने लाये, चयन में कोई गड़बड़ी है तो जरूर दीजिए, इसकी जांच कराएंगे। बीजेपी प्रदेश का माहौल खराब कर रही है।
केवल आरोप लगाने से आपका कद बड़ा नहीं होगा। बीजेपी नेताओं के बच्चों को अगर विधानसभा या लोकसभा में टिकट दिया जाता है। तब कहा जाता है कि योग्यता के आधार पर दिया गया है, लेकिन जब अधिकारियों और नेताओं के बच्चों का पीएससी की परीक्षा में सिलेक्शन हो रहा है, तब सवाल उठाए जा रहे हैं। ये बीजेपी का दोहरा चरित्र है।