महासमुंद। राज्य सरकार ने जब से शराब दुकान चलाने का जिम्मा लिया है, तब से बॉटलों में लिकेज आम बात हो गई है। पहले ठेकेदारी प्रथा के चलते इस तरह के लिकेज को मैनेज कर लिया जाता था। लेकिन सरकारी शराब होने के साथ ही शराब दुकानों में काम कर रहे लोगों को डयूटी के अलावा अतिरिक्त इंनकम नहीं होने के साथ इन्हें समय पर वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। जिसके चलते यहां काम कर रहे लोगों ने अतिरिक्त इनकम कैसे हो इसका प्रयास लगातार कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि आबकारी विभाग ने ग्राहकों की सूचना पर पिथौरा के विदेशी मदिरा दुकान में दबिश दी। जहां मौके पर दुकान में कार्यरत सेल्समेन इष्टदेव यादव, रूद्र पटेल, होरीलाल साहू, चन्द्र कुमार भोई द्वारा कुछ ब्राण्डों में पानी मिलाकर बेचते हुए पाया गया। विभाग ने आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण कायम कर पंचनामा तैयार किया गया एवं अग्रिम कार्रवाई के लिए पुलिस विभाग को सौंपा गया।