रांची। झारखंड के हजारीबाग में बने कोनार डैम की नहर के बांध टूटने के मामले में 4 अभियंता को निलंबित कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट में चारों इंजीनियरों की लापरवाही का मामला सामने आया है। पूर्व में किए जांच रिपोर्ट में बांध टूटने को लेकर चूहों को जिम्मेदार ठहराया गया था, जो गलत साबित हुआ। बतादें कि 42 साल में बनकर तैयार हुई कोनार नहर सिंचाई परियोजना की पोल उद्घाटन के 13 घंटे बाद ही खुल गई थी, नहर का बांध टूट गया. इसके आसपास के खेत डूब गए, फसलों को इससे भारी नुकसान हुआ था।
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इस पूरे जलसंसाधन विभाग के अफसरों ने बांध टूटने को लेकर चूहे को जिम्मेदार ठहराया था. अभियंता प्रमुख हेमंत कुमार ने बताया कि जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव को सौंप दी है. विभागीय मंत्री ने चारों इंजीनियर को निलंबन कर दिया है। नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि जिस तरह से कोनार डैम परियोजना का उद्घाटन हुआ और इसके बाद चूहे की बहाना बनाकर बात छूपाई गई थी, सरकार इसकी जांच करेगी. चारों अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है. जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की होगी. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि बांध टूटने से किसानों को कितना नुकसान हुआ है।
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