DILIP SHARMA
रायपुर। राजधानी में ही शिक्षा व्यवस्था का हाल-बेहाल है, तो पूरे राज्य में कैसा होगा, इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है। बतादें कि रायपुर भाठापारा में संचालित नगर माता बिन्नी के नाम से संचालित हायर-सेंकेडरी में 709 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। यहां एक कक्षा में रिकार्ड 145 बच्चे बैठते हैं। संभवत: यह प्रदेश का पहला स्कूल होगा। लेकिन इससे शिक्षा विभाग और नहीं शासन को लेना-देना नहीं है। जबकि कई बार स्कूल प्रबंधन द्वारा यह बात उच्च अफसरों तक पहुंचा दी है। इस सत्र में यहां शिक्षा मंत्री केदार कश्यप प्रवेश उत्सव मनाने स्कूल पहुंचे थे।
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शिक्षक बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मै 145 बच्चों का क्लास टीचर हूं। अब इसी से अंदाजा लगा लीजिए एक कक्षा में 145 बच्चों को पढ़ना टेड़ी खीर के समान है।
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जगह के लिए रोज लड़ाई
एक कक्षा 145 बच्चे, एक टेबल में पांच से छह बच्चे।
जबकि एक टेबल पर दो बच्चे ही बैठकर ठीक से पढ़ाई कर सकते हैं।
आरटीई के तहत एक कमरे में एक शिक्षक सिर्फ 40 बच्चों को बिठाकर अध्यापन करेंगे।
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कोई छात्र तीन तक स्कूल नहीं आ पाया तो उसका जगह दूसरे बच्चे कब्जा कर लेते हैं।
आज शुक्रवार को यहां जगह की लड़ाई इतनी बढ़ गई कि मारपीट शुरू हो गया।
इस घटना की सूचना स्कूल प्रबंधन को मिला तो तत्काल पहुंचकर मामला को शांत किया।
बतादें कि इस तरह की घटना रोज यहां होती है।
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बावजूद जानिए स्कूल की खासियत
यहां अव्यवस्था के बाद भी शिक्षक हार नहीं माने हैं। अध्यापन कार्य को बखूबी अंजाम दे रहे हैं।
अब तक यहां के कई बच्चों को नेशनल स्तर पर एवार्ड मिल चुका है।
यहां के शिक्षक बिहारी लाल शर्मा हर साल गरीब बच्चों को मुफ्त में जूते और स्कूल ड्रेस बांटते हैं।
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