महासमुंद. सोमवार की रात एक शर्मशार घटना सामने आई। एक महिला को प्रसव पीड़ा उठी, सराईपाली अस्पताल पहुंची जहां महिला की स्थिति को देखते महासमुंद सौ बिस्तर अस्पताल रेफर कर दिया। सौ बिस्तर अस्पताल महासमुंद में एडमिट तो हुई लेकिन महिला का प्रसव एक यात्री बस में हुआ।
आखिर ऐसा क्या हुआ: पढ़िए पूरी घटनाक्रम और जानिए इस घटना की हकीकत
- सोमवार की दोपहर करीब 1.40 बजे जिला अस्पताल में लीना चौहान पति दिनेश चौहान भर्ती हुई।
- लेकिन शाम 6.45 को पिथौरा और सांकरा के बीच महिला ने यात्री बस में बच्चे को जन्म दिया।
- इधर महिला अस्पताल से कब गायब हुई अस्पताल प्रबंधन को पता नहीं चला
- अस्पताल प्रबंधन को तब पता चला जब महिला यात्री बस में बच्चे को जन्म दिया
- घटना व्हासट्सएप में वायरल होते ही अस्पताल प्रबंधन के कान खड़े हो गए।
- सोमवार की रात्रि करीब 8 बजे अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को जानकारी दिया कि उक्त महिला यहां एडमिट थी, लेकिन किसी को बगैर बताए यहां से कही चली गई है।
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- अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार 7 महीने में ही महिला ने बच्चे को जन्म दिया है इसलिए बच्चे की वजन सिर्फ 900 ग्राम है
- बच्चे के जन्म के बाद सांकरा अस्पताल पहुंचे, यहां प्राथमिक उपचार के बाद पिथौरा रेफर कर दिया गया।
- पिथौरा अस्पताल स्थिति को देखते हुए रायपुर जाने की सलाह दी
- लेकिन परिजन महासमुंद अस्पताल जाने की बात कही
- इस तरह सोमवार की रात 11 बजे जिला अस्पताल में फिर एक बार महिला बच्चे को लेकर पहुंची है।
- प्रसुता महिला ने बताया कि उनका पैसा रास्ता में गिर गया था, इसलिए वह डर गई थी, कि यहां कुछ पैसे की जरूरत होगी, इसलिए वह बिना किसी को कुछ बताए अस्पताल से चली गई।
खड़े हो रहे कई सवाल
- सौ बिस्तर अस्पताल सीसी टीवी कैमरे से लैश है
- गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से वार्ड है
- प्रसव पीड़ा लेकर पहुंची महिला वार्ड से कब गायब हुई किसी को पता ही नहीं चला
- प्रसुता महिला रात को डरी हुई वापस आई और सार्वजनिक रूप से यह कहा कि अस्पताल वाले डाटेंगे तो नहीं?
- प्रसुता महिला की पीड़ा को क्या समझ नहीं पाए, आखिर वह यहां से क्यो भागी, यह भी जांच किया जाना चाहिए।