छत्तीसगढ़। साल 2016 के अक्टूबर महीने में महासमुंद जिले की जिस घटना ने सियासी गलियारे के साथ सामाजिक मंचों को दुष्कर्म के खिलाफ आंदोलन करने विवश कर दिया था, उसकी पीडिता को रायपुर के पचपेड़ी नाका स्थित एक ढाबे के सुपुर्द कर दी गई है।
- दरअसल 8 माह के गर्भ ठहरने के बाद बालिका संप्रेक्षण गृह भेजी गई इस मासूम को प्रसूति के बाद संप्रेक्षण गृह ने उसके दादा के हवाले कर दिया। … और वह बच्ची ढाबे में बेच दी गई।
- दादा ने ढाबे में क्यों बेचा यह तो वह नहीं बता पा रही, लेकिन उसके साथ ढाबे में क्या करवाया जा रहा है यह देख-सुन आप सिहर जाएंगे।
- मासूम को एक मात्र और वह भी फटे कपड़े में रखा गया है।
- मासूम की ओर मुखातिब होते ढाबा संचालक कहता है… चाहिए क्या
- मासूम ढाबा संचालक के इशारे पर काम नहीं करती तो … पिटाई
- दिन में ढाबे का बर्तन साफ करने के बाद, रात में पीडिता का दर्द…
- ढाबा संचालक कहता है कोई मिल नहीं सकता.. दादा को बुलाओ
- पुलिस भी रिपोर्ट का इंतजार कर रही, कहती है लड़की मर्जी से है
जानिए क्या हुआ था साल 2016 में इस मासूम के साथ
पीडिता ने तब मीडिया और पुलिस को बताया था कि- मैं स्कूल से जब भी आती थी, राकेश भैया मेरे साथ खेलते थे। मुझे उनके साथ खेलना अच्छा लगता था। बाबूजी चल-फिर नहीं सकते, इसलिए कभी कोई काम होता था, तो मैं राकेश भैया को ही कहती। मां की तो बचपन में ही मौत हो गई। स्कूल जाने के बाद और आने के बाद थोड़ा बहुत समय बचता था, तो मैं घर के बाहर निकलती थी। राकेश भैया मुझे कहते थे कि तू मेरे घर आ जाया कर, मैं तुझे पढ़ाउंगा। तूझे अच्छे नंबर दिलाउंगा।
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ऐसे नाबालिग ने दिया था बच्चे को जन्म
- कई बार उन्होंने कहा कि देखो पढ़ाई कैसे करते हैं, मैं प्रैक्टिकल करके बताता हूं। लेकिन मुझे पता ही नहीं चला कि क्या हुआ और मेरा पेट दुखने लगा। उल्टियां होने लगीं।
- मैंने बाबूजी से कहा, तो उन्होंने कहा, पेट दर्द की दवाई खा ले। मैंने खा ली। लेकिन उसके बाद भी मेरा पेट फूलने लगा।
- कुछ दिन पहले आंगनबाड़ी गई थी, तो वहां चक्कर आ गया। वहां की आंटी ने मुझे देखा तो पूछा कि पेट कैसे फूल रहा है।
- मैंने बताया कि पता नहीं। चक्कर आता है और पेट दुखता है। आंटी मुझे डॉक्टर के पास ले गई। उसके बाद बाबूजी को बताया।
- बाबूजी ने मुझे स्कूल जाने से रोक दिया।
- अब मैं स्कूल भी नहीं जाती। अब सब मुझे अस्पताल ले जा रहे हैं।
- मुझे क्या हो गया है कोई बताता क्यों नहीं?
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