प्रेस कांफ्रेंस में जीवीकेईएमआरआई संस्था के उच्चाधिकारियों ने दी जानकारी
- रायपुर. संजीवनी 108 और महतारी एक्सप्रेस 102 के कर्मचारी पिछले 7 दिन से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। इन कर्मचारियों को अब 13 अप्रैल की सुबह 8 बजे तक काम पर लौट जाने के लिए अंतिम मौका दिया गया है। ड्यूटी ज्वॉइन नहीं करने पर इन कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी। इसकी सूचना 9 अप्रैल को जारी कर दी गई है। इस सूचना के बाद कई कर्मचारियों ने ड्यूटी ज्वॉइन कर अपनी सेवा पुनः शुरू कर दी है। यह जानकारी रायपुर के एक होटल में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में जीवीकेईएमआरआई संस्था के उच्चाधिकारियों ने दी।
मानवता के आधार पर अंतिम अवसर http://यहां पढ़े…
- प्रेस कांफ्रेंस में संस्था के अधिकारियों ने बताया कि ये कर्मचारी 108 और 102 जैसी जनकल्याणकारी व आवश्यक चिकित्सा सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं। इन कर्मचारियों के 7 वर्षों की सेवाओं को ध्यान में रखकर मानवता आधार पर संस्था ने हड़ताल में शामिल सभी कर्मचारियों को पुनः यह अंतिम अवसर दिया गया है। निर्धारित कार्यस्थल में ड्यूटी ज्वॉइन नहीं करने पर यह माना जाएगा कि ऐसे कर्मचारी जीवीकेईएमआरआई संस्था में आगे अपनी सेवाएं देने के इच्छुक नहीं है। अतः उनकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएगी। उनके स्थान पर नई भर्ती में चयनित योग्य एवं प्रशिक्षित उम्मीदवारों को स्थाई नियुक्ति दे दी जाएगी।
कर्मचारीहित में संस्था वचनबद्ध
- संस्था के अधिकारियों ने बताया कि संजीवनी 108 एवं महतारी एक्सप्रेस 102 के कर्मचारियों द्वारा वेतन संबंधित समस्याओं को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया था। जबकि कर्मचारियों के सभी समस्याओं का निराकरण चर्चा के माध्यम से करने के लिए संस्था वचनबद्ध है और सदैव कर्मचारीहित में कर्मचारियों के साथ है। संस्था के उच्चाधिकारियों एवं कर्मचारियों के मध्य निरंतर सकारात्मक बैठक होती रही है। उन्होंने बताया कि सभी कर्मचारियों को 10 प्रतिशत की वेतनवृद्धि अक्टूबर 2017 में भी दी जा चुकी है, जो कि अप्रैल 2017 से प्रभावी है एवं एरियर का भुगतान किया जा चुका है।
श्रम न्यायालय ने माना अवैधानिक
प्रेसवार्ता में बताया गया है कि 4 अप्रैल को कर्मचारी यूनियन एवं जीवीकेईएमआरआई की श्रम पदाधिकारी के साथ बैठक हई थी। जिसमें दोनों पक्षों को सुना गया। उसके बाद श्रम पदाधिकारी ने यह मामला श्रम न्यायालय रायपुर को भेज दिया। श्रम न्यायालय रायपुर ने यह आदेश दिया कि यह हड़ताल अवैधानिक है। सभी कर्मचारियों को जल्द से जल्द अपने नियमित कार्यस्थल पर जाने एवं इस हड़ताल में भाग न लेने का आदेश जारी किया है।
लोक शांति भंग न करें http://यहां पढ़े…
- ज्ञात हो कि इस हड़ताल को श्रम न्यायालय रायुपर ने 7 अप्रैल को ही अवैधानिक घोषित करते हुए यह आदेशित किया है कि 5 अप्रैल 2018 से प्रस्तावित हड़ताल में भाग न ले क्योकि, यह कृत्य अवैधानिक और विधि के अन्तर्गत निषेधितहै एवं जनउपयोगी आवश्यक सेवा के कार्य को किसी भी प्रकार से बाधित न करें और सामूहिक भीड़ एकत्रित कर अवैधानिक तरीके से लोक शांति भंग न करें।
हजारों लोगों को दी स्वास्थ्य सुविधा
- बताया गया है कि 108 संजीवनी व 102 महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारियों द्वारा ज्ञापन प्रस्तुत कर 5 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की सूचना दे दी थी। इसके बाद जीवीकेईएमआरआई संस्था, स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए संस्था के प्रशिक्षण प्राप्त कर्मचारी, शासकीय वाहन चालक, एमपीडब्ल्यू प्रशिक्षित व अन्य विभाग के वाहन चालक एवं स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से 108 संजीवनी एवं 102 महतारी एक्सप्रेस का सुचारू रूप से संचालन किया गया और मरीजों को इसका लाभ मिलता रहा। 6 दिनों में 102 महतारी एक्सप्रेस एवं एम्बुलेंसों द्वारा 4813 हितग्राही और 108 संजीवनी एक्सप्रेस एम्बुलेंसों द्वारा 3334 हितग्राहियों को पूरे प्रदेशभर में सेवा प्रदान की गई।
इन्हें दी जाएगी नियुक्ति
संस्था के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में नए पदों की नियुक्ति कुल चार दिनों में छत्तीसगढ़ के प्रमुख सात शहर रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, रायगढ़, अम्बिकापुर, जगदलपुर एवं दंतेवाड़ा में कुल 2216 नए लोगों को चयनित किया गया है, उनमें से 1329 लोगों को छत्तीसगढ़ एवं हैदराबाद से आए हुए उम्मीदवारों ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है और जल्द ही उन्हें आवश्यकता अनुसार नयी पदस्थापना भी दे दी जाएगी।