छत्तीसगढ़। शिक्षाकर्मी संविलियन को लेकर अब आरपार की लड़ाई में उतर आए हैं। सविंलियन को लेकर शासन से बात नहीं बनी, आंदोलन तो थम गया है, लेकिन अब जिस तरह से शिक्षाकर्मी मैदान में उतरे हैं, उसे देख नेताओं के होश उड़ गया है। बतादें चुनाव जीतने और प्रचार-प्रसार करने के लिए गांव और शहर के दीवालों में वॉल पेटिंग कर लोगों आकर्षित किया जाता रहा है।
- लेकिन अब शिक्षाकर्मी ब्रश और पेंट लेकर मैदान में उतर गए हैं, दीवालों में वॉल पेटिंग के माध्यम से लिख रहे हैं कि दूध मांगोगे तो खीर देंगे, संविलियन दो वोट देंगे।
चला रहे कई मिशन
- प्रदेश मिशन, जिला मिशन, ब्लॉक मिशन, विधानसभा मिशन, विभिन्न नारो के साथ दीवारों पर लिख सेल्फी ले रहे हैं। पूरे प्रदेश में शिक्षाकर्मी आगे बढ़ कर इससे जुड़ रहे हैं। प्रदेश भर में न केवल पुरुष शिक्षक बल्कि महिला शिक्षिकाएं भी आगे बढ़ कर स्वयं वाल पेंटिंग कर रही हैं।
संविलियन के लिए सबसे बड़ी लड़ाई
- महासमुंद ब्लॉक अध्यक्ष राजेश साहू ने बताया कि संविलियन के लिए अब तक की सबसे अहम लड़ाई लड़ रहे हैं। महापंचायत में हुए फैसले के बाद 26 मई को संकल्प सभा मनाएंगे। प्रत्येक विधानसभा मुख्यालय में संकल्प सभा का आयोजन होगा। जनता भी शिक्षाकर्मियों की मांगों से जुड़कर उनके साथ सेल्फी ले रही है।