खल्लारी से तारेश साहू की रिपोर्ट:
महासमुंद। आगामी 2 जुलाई से प्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी संघ रायपुर के आह्वान पर जिले के सभी सहकारी कर्मचारी समिति प्रबन्धक, लिपिक, विक्रेता, आपरेटर, प्रो सेसर्वस वेतन अनुदान एवं नियमितीकरण की मांग को लेकर समितियों में तालाबन्दी कर रायपुर हड़ताल में में जाएंगे।
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इससे पहले कर्मचारियों ने प्रदेश स्तरीय एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर अपने वेतन अनुदान एवं नियमितीकरण की मांग को लेकर मुख्यमंत्री छग शासन को ज्ञापन सौपा है। जिसमें मांगे नही माने जाने की स्थिति में अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी पहले ही शासन को दिए थे। सरकार की ओर से इन कर्मचारियों की कोई सूध नही लिए जाने के कारण अब कर्मचारियों ने अनिश्चितकालिन हड़ताल की ठान ली।
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बैठक रख कर्मचारियों ने लिया निर्णय
सहकारी कर्मचारी संघ जिला महासमुंद ने भी प्रदेशब्यापी हड़ताल में अपनी सहमति दी है। महासमुंद, बागबाहरा, सरायपाली, बसना, पिथौरा के सहकारी कर्मचारी पदाधिकारियों ने विगत दिनों बैठक आयोजित की जिसमे सर्वसम्मति से जिले के सभी साख समितियों में हड़ताल तालाबन्दी का निर्णय लिया है।
बागबाहरा सहकारी संघ अध्यक्ष जयप्रकाश साहू ने बताया की समिति में कर्मचारियों का निरन्तर शोषण हो रहा है। महज 4500 से 16000 रुपए की कम तनख्वाह में काम कर रहे कर्मचारियों को विगत तीन चार माह से वेतन भी नही मिला है। ऐसे में सेवा देने में बहुत कठिनाईंयों का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि …
- ऐसी परिस्थितियों में कर्मचारियों का घर चलाना मुश्किल हो रहा है। उन्हें अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है।
- जिसके चलते अब इन्होंने अपनी मांग पूरी नही होने की स्थिति में 2 जुलाई 2018 से प्रदेश व्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी शासन प्रसाशन को दिए थे।
- इनके हड़ताल पर चले जाने से किसानों को मिलने वाली केसीसी लोन, खाद बीज, दवाई एवं उचित मूल्य की दुकानें माइक्रो एटीएम जैसी किसानों की सुविधाएं प्रभावित होगी।