रायपुर। छत्तीसगढ़ के मंत्री कवासी लखमा लगातार विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। कभी चना को चखना कहा तो कभी जिला अध्यक्ष को जिले का कलेक्टर बताया। अब हद हो गई कि देश के नवनिहाल को यह कह रहे हैं कि नेता बनना है तो कलेक्टर एसपी के कॉलर पकड़ों। क्या? देश की शिक्षा और कांग्रेस पार्टी की दिशा इसी ओर परंपरागत तरीके से चल रहा है। लेकिन, अब नेताजी ने यू-टर्न लेते हुए अपने ही वायरल वीडियो को झूठा साबित करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्होंने मीडिया को ही भ्रामक तोड़-मरोड़कर पेश करने की साजिश बताया है।
Chhattisgarh Minister Kawasi Lakhma: I ask children what do they aspire to be. Some say they want to become leaders & ask me how did I become one? I'd told them to serve people if they want to be leaders, fight for them at Collector offices for. My statement has been misconstrued pic.twitter.com/VtWyBoEtrb
— ANI (@ANI) September 10, 2019
मंत्री कवासी लखमा ने कहा है कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश कर दिया गया। कवासी ने राजधानी में अपने उस बयान पर सफाई देते हुए कहा है कि उनके कहने का ऐसा उद्देश्य ही नहीं था, जैसा की बताया जा रहा है । कवासी ने कहा कि उन्होंने बच्चों से कहा था कि खूब मेहनत करो, पढ़ाई करो, जनता की सेवा करो, जनता की लड़ाई कलेक्टर-एसपी के सामने भी लड़ो तभी बड़े नेता बनोगे। लेकिन उनकी बातों को तोड़ मरोड़कर पेश कर दिया गया, इसकी वो निंदा करते हैं। आपको बता दें कि कल एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें बच्चों को कवासी ये कहते हुए नजर आ रहे थे कि अगर बड़े नेता बनना है तो कलेक्टर-एसपी का कॉलर पकड़ो।
हालांकि ये वीडियो 5 सितंबर यानि शिक्षक दिवस का बताया जा रहा है, जो कल वायरल हो गया था। कवासी ने आज अपने बयान से पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने कहा कि “कई बच्चे बोलते हैं, डाक्टर-इंजीनियर बनेंगे, कई बच्चे बोलते हैं हम नेता बनेंगे, हमसे भी एक बच्चा पूछा, आप इतना बड़ा नेता कैसे बन गये, जो तेंदूपत्ता तोड़ा, मुर्गा लड़ाई करता था, आपके जैसा बड़ा नेता कैसे बन सकते हैं। तो हम बोले पढ़ाई करो, समाज सेवा करो, जनता की भलाई करो, पानी-सड़क के मुद्दे पर कलेक्टर-एसपी के सामने जनता की मांगों के लिए लड़ों लेकिन मेरी बात को तोड़-मरोड़ के पेश कर दिया गया, हम इसकी निंदा करते हैं।
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