कोमाखान – तीजा पर्व हमारे छत्तीसगढ़ का सांस्कृतिक ,धार्मिक एवम पारंपरिक महापर्व है । ग्रीन केयर सोसायटी बागबाहरा द्वारा विगत 20 वर्षों से इस महापर्व को नारीशक्ति एवम पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने के लिए ” पर्यावरण संरक्षण तीजा मिलन समारोह का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम आयोजक ग्रीन केयर सोसायटी इंडिया के अध्यक्ष डॉ विश्वनाथ पाणिग्राही ने बताया कि जो बहन बेटियां अपने अपने ससुराल से मायके आकर तीजा व्रत रखती हैं उन्हें आमंत्रित कर दो दो पौधे भेंट स्वरूप देते हैं इस आशय के साथ कि मायके से बिदाई के पूर्व एक पौधा मायके में लगाएं तथा दूसरा पौधा साथ लेकर जाएं एवम ससुराल में लगाएं।
मायके हो या ससुराल में – जचकी कराओ अस्पताल में “
इसके पीछे मूल भावना पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ बहन बेटियों का सम्मान तथा उनके मायके एवम ससुराल दोनों पक्षों को पर्यावरण संरक्षण के साथ जोड़कर उभय पक्ष के बीच स्नेह संबंधों का सुंदर निर्वाह करना है। इस साल पर्यावरण संरक्षण के साथ एक और नारा एवम कार्यक्रम जुड़ा ” मायके हो या ससुराल में – जचकी कराओ अस्पताल में ”
कार्यक्रम का आयोजन ग्रीन केयर सोसायटी इंडिया , शास पूर्व माध्यमिक शाला कसेकेरा एवम मां रूपैई ईको क्लब कसेकेरा के संयुक्त तत्वाधान में हुआ। प्रधान पाठक डॉ विजय शर्मा के मार्गदर्शन में राजमहल कोमाखान से श्री थियेंद्र प्रताप सिंह एवम श्रीमती अनुभा सिंह के मुख्य आतिथ्य में कार्यक्रम संपन्न हुआ । पंडित भागीरथी दुबे ने तीजा पर्व की कथा सुनाते हुए भगवान भोलेनाथ को पर्वत में रहने वाले देव एवम माता पार्वती को प्रकृति देवी निरूपित करते हुए प्रकृति पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आने कहा ।
डॉ विजय शर्मा ने इस कार्यक्रम आयोजन की समूर्ण रूपरेखा का प्रस्तुति करते हुए कहा महिलाओं को पर्यावरण संरक्षण के लिए 2021 से तापमान कम करने,योजना बद्ध चटाई विधि से हरियाली लाने,जल स्तर बढ़ाने,जैव विविधता के लिए अनुकूल वातावरण बनाने में ग्रामीण छात्रों की भूमिका के बारे में चर्चा की । डा पाणिग्रही ने पर्यावरण संरक्षण के लिए नारी शक्ति ने पूर्व में बलिदान भी दिया है इस कड़ी मे जोधपुर राजस्थान की अमृता देवी विश्नोई सहित विश्नोई समाज के 363 लोगों का खेजड़ी वृक्ष को बचाने के लिए दिया गया अमर बलिदान हमें पेड़ पौधों को बचाने की प्रेरणा को उद्धृत किया ।

पेड़ पौधे लगाने एवम बड़ा करने आव्हान किया
तीजा मिलन के इस कार्यक्रम के प्रेरणा स्त्रोत जनाब शेरमोहम्मद साहब को स्मरण किया । मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए लोगों को पेड़ पौधे लगाने एवम बड़ा करने आव्हान किया । डॉ ए के शुक्ला ने सबको पेड़ पौधे लगाने एवम बचाने कहा । नवा चारी शिक्षक रिंकल बग्गा,रामप्रसाद साहू,जितेंद्र साहू,पंचायत प्रतिनिधि बल्ला ठाकुर, नोहर साहू,राकेश राठौर, का सहयोग रहा। पूर्व छात्रा श्रीमती गोमती साहू,सुमन साहू ने विद्यार्थी जीवन को याद करते हुए बचपन की जीवन का रेखा चित्र खींचते हुए भावविभोर हुए।
कार्यक्रम में पहुंची शाला की पूर्व छात्राओं ने अत्यंत प्रसन्नता व्यक्त करते हुए ऐसे अवसर पर बहनों एवम सहेलियों के साथ एक जगह मिलना यादगार रहेगा।
इस अवसर पर पूर्व माध्यमिक शाला एवम मां रूपई ईको क्लब के तथा प्रधान पाठक डॉ विजय शर्मा द्वारा किए गए पर्यावरण ,शिक्षा ,समाज सेवा कार्यों की चित्र प्रदर्शनी लगाई गई थी जिसे सबने देखा एवम सराहा । पौधे वन विभाग के द्वारा निशुल्क प्रदान किए गए । ग्रीन केयर के डायरेक्टर अमुजूरी बिस्बनाथ ने डी एफ ओ पंकज राजपुत एवम आर ओ विकास चंद्राकर का आभार व्यक्त किया । सेवानिवृत एडिशनल कलेक्टर मेश्राम विज्ञान आश्रम ने कार्यक्रम एवम चित्र प्रदर्शनी की सराहना की ।
कार्यक्रम का सुंदर संचालन नरेंद्र पटेल ने किया।
झलकियां
पूर्व छात्राओं की स्मृति ताजा करने पुराने चित्रों की प्रदर्शनी देख मुग्ध हुई तीजहारिन
विद्यार्थी जीवन में अपने जगह बताते अपने मित्रो और घटनाओं की याद कर बतियाती रही।
तब और अब की शिक्षा व्यवस्था पर चर्चा करती रही।
चार पीढ़ी की बेटियो का हुआ समागाम।
70 वर्षीय सिरोधायी ने चार पीढ़ी गांव की बेटियो से मिल गदगद हुई।