भारतीय वायुसेना ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया की पूरी डिटेल्स जारी कर दी है. इस डिटेल्स में भर्ती प्रक्रिया से लेकर सैलरी और अन्य जानकारियां बताई गई हैं.
Detail About Agnipath Scheme: भारत सरकार (Indian Government) की अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) को लेकर देश में उत्पात मचा हुआ है. हिंसक प्रदर्शन से लेकर राजनीतिक विरोध भी इसमें शामिल है. तो वहीं सरकार (Government) इस योजना को लेकर लगातार लोगों को जागरुक करने का काम कर रही है. इसके बारे में सही जानकारी साझा करने की कोशिश में लगी हुई है. इसी क्रम में भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) ने इस योजना के बारे में जानकारी अपनी वेबसाइट (Website) पर दी है. यहां वायुसेना (Airforce) ने इस योजना के बारे में पूरी जानकारी दी है.
यहां देखें
Detailed-BRIEF-13-JUN-22
The Indian Air Force releases details on 'Agnipath' recruitment scheme
1/2 pic.twitter.com/YKFtJZ2OzP
— ANI (@ANI) June 19, 2022
सेना के लिए अग्निपथ भर्ती का नोटिफिकेशन, 24 जून से air force की भर्ती
भारतीय वायुसेना के मुताबिक अग्निवीरों को वही सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी जो एक सेना के जवान को कराई जाती हैं. अग्निवीर भी सेना में वैसी ही जिंदगी जिएंगे जैसी एक सैनिक जीता है. इसके अलावा भी बहुत सी सुविधाएं इन अग्निवीरों को देने की बात कही गई है.
क्या-क्या मिलेगा
सैलरी के साथ हार्डशिप एलाउंस, यूनीफार्म एलाउंस, कैंटीन सुविधा और मेडिकल सुविधा भी प्राप्त कर सकेंगे जैसा कि एक रेगुलर सैनिक को मिलता है. ट्रैवल एलाउंस भी मिलेगा.
साल में 30 दिन छुट्टी मिलेगी। मेडिकल लीव अलग हैं.
सर्विस (चार साल) के दौरान अगर मृत्यु होती है तो इन्श्योरेंस कवर मिलेगा. करीब 1 करोड़ मिलेंगे परिवार को.
ड्यूटी के दौरान विकलांग होने पर एक्स-ग्रेशिया 44 लाख रुपये मिलेंगे. साथ ही जितनी नौकरी बची है उसकी पूरी सैलरी मिलेगी और सेवा निधि पैकेज भी मिलेगा.
अग्निवीरों का कुल 48 लाख का इंश्योरेंस होगा. ड्यूटी पर वीरगति को प्राप्त होते हैं तो एकमुश्त सरकार की तरफ से 44 लाख दिए जाएंगे और सेवा निधि पैकेज. इसके अलावा जितनी नौकरी बची है उसकी पूरी सैलरी.
परफॉर्मेंस के आधार पर मिलेगा रेगुलर कैडर
वायुसेना ने कहा है कि वायुसेना में इनकी भर्ती एयर फोर्स एक्ट 1950 के तहत 4 साल के लिए होगी. वायुसेना में अग्निवीरों का एक अलग रैंक होगा. इन अग्निवीरों को अग्निपथ स्कीम की सभी शर्तों को मानना होगा. इसके साथ ही जिन अग्निवीरों की वायुसेना में भर्ती के समय 18 साल से कम होगी उन्हें माता-पिता या अभिवावक से नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर कराने होंगे. 4 साल की सेवा के बाद 25 फीसदी अग्निवीरों की नियुक्ति रेगुलर कैडर में की जाएगी.
सम्मान और अवॉर्ड के होंगे हकदार
वायुसेना (Airforce) के अनुसार अग्निवीर सम्मान (Agniveer Honor) और अवॉर्ड (Award) के हकदार होंगे. अग्निवीरों को वायुसेना की गाइडलाइंस (Guidlines) के अनुसार ऑनर्स और अवार्ड्स दिया जाएगा. वायुसेना में भर्ती होने के बाद अग्निवीरों को जरूरत के हिसाब से ट्रेनिंग (Training) दी जाएगी.
'Agnipath' recruitment scheme details released by Indian Air Force
2/2 pic.twitter.com/8bIXlTp7sJ
— ANI (@ANI) June 19, 2022
देश में कोरोना के एक्टिव केस 70 हजार के पार
देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 12,899 नए मामले सामने आए हैं. इसके बाद एक्टिव मामलों का आंकड़ा 70,000 पार हो गया है. पिछले 24 घंटे में कोविड की वजह से 15 लोगों की मौत हो गई. स्वास्थ्य मंत्रालय आंकड़ों के मुताबिक, भारत के कोविड -19 में रविवार को मामूली गिरावट देखी गई, क्योंकि देश में पिछले 24 घंटों में 12,899 केस सामने आए, वहीं, शनिवार को संक्रमण के 13,216 मामले सामने आए थे.
दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर हुई इमरजेंसी लैंडिंग
दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट पर एक विमान की इमरजेंसी लैंडिंग हुई. दिल्ली से जबलपुर जाने वाली स्पाइस जेट विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. दमकल विभाग को 7:19 पर कॉल की गई. ये स्पाइस जेट फ्लाइट नम्बर 2962 थी, जिसमें crew समेत 82 पैसेंजर्स थे. दमकल कर्मचारियों के मुताबिक टर्मिनल 1 के रनवे 10 पर सकुशल लैंडिंग कराई गई, हालांकि यह नहीं बताया गया कि इमरजेंसी लैंडिंग क्यों हुई. इसकी जांच की जा रही है.
500 करोड़ से ज्यादा की रेलवे की संपत्ति का नुकसान
अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में चल रहे प्रदर्शनों में रेल संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है. रेलवे सूत्रों के मुताबिक, तकरीबन 500 करोड़ से ज्यादा की रेलवे की संपत्ति का नुकसान हुआ है और बाकी का भी अंदाजा लगाया जा रहा है. देशभर में ट्रेनों में आग के चलते तकरीबन 100 कोच का नुकसान हुआ है. एक कोच की कोस्ट दो करोड़ होती है यानी करीब 200 करोड़ से ज्यादा के रेल कोच जले हैं. इसके अलावा 7 इंजन जले हैं, एक इंजन 15 करोड़ रुपये का होता है. इस हिसाब से तकरीबन 105 करोड़ के इंजन जले हैं. इसके अलावा रेल ट्रैक और स्टेशन पर नुकसान जो हुआ उसका अंदाजा लगाया जा रहा है.