महासमुंद. बसना ब्लॉक तोषगांव का रहने वालस वरुण देव भोई (24) की संदिग्ध अवस्था में लाश मिली है। मृतक ठगी का आरोपी था। बसना थाना मे 2016 में मामला दर्ज है। मृतक तब से फरार चल रहा था। बतादें कि साल 2016 में बसना क्षेत्र में फर्जी आर्मी अधिकारी बनकर लूटपाट की घटना को अंजाम देने वाले दो युवक को क्राइम स्क्वॉड की टीम ने 6 मई 2016 को गिरफ्तार किया था। जबकि मुख्य आरोपी ग्राम तोषगांव निवासी वरुण देव भोई पुलिस गिरफ्त से बाहर चल रहा था।
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आरोपी फर्जी अधिकारी इतना शातिर था कि वे क्षेत्र के युवाओं को आर्मी में भर्ती कराने का झांसा देकर शिशुपाल पहाड़ी में प्रशिक्षण भी दे रहा था। वह प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को ही वह लूटपाट के लिए प्रेरित करता था।
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लूटपाट में शामिल गिरफ्तार हुए समर सिंह सिदार पिता उद्धव निवासी ग्राम मनकी थाना बसना एवं सुदामा राणा पिता रोहित राणा निवासी ग्राम आमापाली को क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
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ऐसे हुआ था घटना का खुलासा
- ग्राम खरोरा निवासी रवि डडसेना ने रिपोर्ट दर्ज कराया था कि
- 22 फरवरी की रात करीब 11 बजे वे ग्राम बरिहापाली निवासी
- अपने रिश्तेदार श्याम सुंदर के साथ मोटर साइकिल क्र.सीजी 06 जीए 2090 में सवार होकर
- गढ़फुलझर की ओर से अपने गांव खरोरा आ रहे थे।
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ग्राम लमकेनी-तोषगांव के मध्य दानी तालाब के पास रोड किनारे तीन युवक मुंह में कपड़ा बांधकर हाथ में लाठी-डंडा लेकर खड़े थे। रवि जैसे ही तालाब के पास पहुंचा, उन युवकों ने मारपीट करते हुए उन्हें (रवि और श्याम) बाइक से गिरा दिया।
इसके बाद रवि को खींचते हुए खेत की ओर ले जाकर उसके गर्दन में चाकू रखकर 50 हजार रुपए की मांग की। पैसे नहीं होने की बात कहने पर उसे (रवि) पैदल ही गांव जाकर पैसे लाकर शिशुपाल पहाड़ के पास आने कहा और श्याम को बंधक बनाकर रख लिया गया।
साथ ही मोटर साइकिल को भी रख लिया। श्याम को नानकपाली-भोथलडीह के मध्य एक खंडहर भवन में ले जाकर कंबल को फाड़कर उसके हाथ पैर को बांध दिया और भाग गए।
श्याम सुंदर किसी प्रकार अपने आप को छुड़ाकर बसना होते हुए ग्राम खरोरा पहुंचा। मोटर साइकिल दूसरे दिन ग्राम मल्दामाल के पास शिशुपाल पहाड़ के नीचे मिली। रवि की रिपोर्ट पर बसना पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध धारा 394 कायम कर विवेचना में लिया था।
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आर्मी ड्रेस में करते थे लूटपाट
- पुलिस को पता चला कि कुछ युवक रात में आर्मी ड्रेस पहनकर आने-जाने वाली वाहनों की चेकिंग कर उनसे लूटपाट करते थे।
- प्रशिक्षण लेने वाले समर सिंह और सुदामा राणा मनकी में छुपे हुए हैं।
- जिस पर टीम ने घेराबंदी कर समर सिंह और सुदामा राणा को धर-दबोचा।
- पूछताछ करने पर पता चला कि ग्राम तोषगांव निवासी वरुण देव भोई पिता सफेद भोई खुद को आर्मी का अधिकारी बताता था।
वह क्षेत्र के युवाओं को प्रशिक्षण देता था और उन्हें आर्मी में भर्ती कराने की बात कहता था। बसना, सरायपाली क्षेत्र के अंदरुनी गांव में भी कई तरह के लूटपाट की घटना को अंजाम देता था। पुलिस वरुण की तलाश कर रही थी।