बुंदेली। तेंदूकोना से बुंदेली तक लगभग 15. किलोमीटर डामरीकरण करने के समय ग्रामीणों ने गुणवत्ता पर आरोप लगाया था। लेकिन विभागीय अफसरों ने इसकी परवाह नहीं किया , जिसका नतीजा सड़क बनने के सप्ताहभर बाद ही दिखने लगी है। करोंडो खर्च कर बनाए गए इस सड़क में कई जगहों पर सप्ताहभर में ही उखड़ने लगी है।
मापदंड से काम नहीं किया गया
- सडक मार्ग के लिये पूर्व में उपसरपंच पूनम मानिकपुरी के द्वारा पूर्व कलेक्टर उमेश अग्रवाल से बुंदेली से तेंदुकोना मार्ग को डामरीकरण करने की मांग किया गया था, जो आज पूरा हुआ लेकिन विभाग के अधिकारियों को भी कार्य स्थल पर मौजद होकर सही मापदंड में कार्य नहीं किया गया। मानिकपुरी ने कहा सडक पर नाम मात्र डामर डाली गई, इसे लेकर जिससे ग्रामीणों मे भारी नाराजगी है।
जानिए क्याे नहीं हो रही कार्रवाई

ग्रामीणों ने बताया कि विधानसभा के एक दबंग जनप्रतिनिधि के रिश्तेदार सड़क निर्माण में ठेकेदार है, इसलिए अफसर भी कुछ कहने से हिचकते हैं। उपसरपंच मानिकपुरी ने कहा एक तरफ विकास कही बात कही जा रही है, वहीं दूसरी ओर विकास कार्यो में भारी लापरवाही बरती जा रही है। सरकार जब तक अपने रिश्तेदारों से ठेकेदारी प्रथा खत्म नहीं करेगी, तब तक ऐसा ही होता रहेगा।
यहां पूरी घटनाक्रम पढ़िए…
http://अप्रशित कर्मचारी बना रहे करोंडों की सड़क
http://सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश