रायपुर। छत्तीसगढ़ में विवादित CGPSC चयन मामले पर एक छात्र की शिकायती पत्र वायरल हुआ है। लेटर में लिखा है कि कम नंबर वाले का सिलेक्शन कर लिया गया और उसे रिजेक्ट कर दिया गया। BJP ने इस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसका जवाब PSC ने दिया है।
दुर्ग जिले के पाटन निवासी एक छात्र ने साल 2022 में PSC के स्टेट सर्विस परीक्षा में हिस्सा लिया था। उसने अपने शिकायती पत्र में लिखा- डिटेल मेरिट लिस्ट को देखकर पता चला है कि OBC श्रेणी में लिखित परीक्षा में मुझे 771.5 अंक मिले थे। लेकिन जिसका चयन हुआ है, उसे 770.50 नंबर मिले हैं। उसे सहायक जेल अधीक्षक का पद दिया गया है। PSC के सचिव को 20 सितंबर को पत्र भेजा गया।
यहां पढ़ें वायरल पत्र

नेता-अधिकारी के रिश्तेदार या एक करोड़ हैं, तो डिप्टी कलेक्टर बन सकते हैं- BJP
छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने ट्वीटर पर लिखा- पत्र पढ़कर मन आक्रोशित हो उठा। अगर आपके पास 75 लाख, एक करोड़ है और आप किसी कांग्रेस नेता या बड़े अधिकारी के रिश्तेदार हैं तो डिप्टी कलेक्टर बन सकते हैं। अगर दिन-रात मेहनत करके अच्छा अंक लाते हैं और आपके पास पैसे नहीं हैं तो सीधे लिस्ट से ही हटा दिए जाते हैं।
पूर्व मंत्री गागड़ा का ट्वीट
गागड़ा ने आगे कहा कि ‘यही कारस्तानी की है प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने, जिसने करोड़ों रुपये लेकर PSC परीक्षा में डिप्टी कलेक्टर जैसे पदों को बेच दिया। आज प्रदेश का मेहनती और बुद्धिमान युवा इस घोटाले के कारण दुखी है और इस दुख का कारण है कांग्रेस सरकार। बदलना है इस सरकार को’।
आयोग ने जो कहा पढ़िए
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा चयन प्रक्रिया के दौरान होने वाले साक्षात्कार में पात्र अभ्यर्थी को न बुलाए जाने के संबंध में सोशल मीडिया पर एक समाचार प्रसारित हुआ है। शिकायत की गई है कि सीजीपीएससी-2022 की भर्ती के दौरान OBC श्रेणी में लिखित परीक्षा में 710 से 715 नंबर पाने वाले अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है।
अभ्यर्थी का आरोप है कि उन्हें लिखित परीक्षा में 771.5 अंक मिले थे। इसके बावजूद भी साक्षात्कार के लिए नहीं बुलाया गया। शिकायतकर्ता अभ्यर्थी की ओर से प्रथम प्रश्न पत्र के प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में पृष्ठ क्रमांक 20 पर प्रश्न क्रमांक 17 (ख) में राधेश्याम और राजेश मोहन नामों का उल्लेख कर पहचान चिन्ह दर्शित करने की वजह से आयोग ने उन्हें (अपात्र) घोषित करते हुए परीक्षा परिणाम प्रक्रिया से अलग किया है। इस वजह से राज्य सेवा (मुख्य) परीक्षा 2022 के साक्षात्कार की सूची में अभ्यर्थी को शामिल नहीं किया गया।
जानें ये है नियम
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की तरफ से जारी विज्ञापन की कंडिका 11 का ( ix) एवं प्रश्न सह उत्तरपुस्तिका में उल्लेखित निर्देश की कंडिका-04 के अनुसार- प्रश्न-सह-उत्तर पुस्तिका में निर्धारित स्थान के अतिरिक्त कहीं पर भी अपना नाम, अनुक्रमांक, कोई धार्मिक चिन्ह, कोई पहचान चिन्ह या उत्तर के अतिरिक्त अन्य कोई अक्षर, शब्द, वाक्य या कोई धार्मिक शब्द या वाक्य नहीं लिखा जाना चाहिए।
उत्तर पुस्तिका में नीले और काले बॉल पॉइंट पेन के अतिरिक्त अन्य किसी भी रंग या किसी प्रकार जैसे स्केच पेन, हाईलाइटर, ग्लिटर पेन का प्रयोग न करें। ऐसा करने पर जांचकर्ता संबंधित अभ्यर्थी को अपात्र घोषित कर सकती है। इस पर आयोग का निर्णय अंतिम होगा। नियम का पालन नहीं करने की वजह से शिकायत करने वाले कैंडिडेट को अपात्र घोषित किया गया है।