धनतेरस पर जहां हर कोई एक-दूसरे को ज्वैलरी दे रहा था तो वहीं अनुज,

अनुपमा को उसका सपना पूरा करने का मौका देता है

वह अनुपमा को एडमिशन फॉर्म देता है

जिसे देखकर अनुपमा की खुशी चौथे आसमान पर पहुंच जाती है।