आज के एपिसोड में अनुपमा, अनुज से पूछती है कि क्या वह उससे बात नहीं करना चाहता है तो ठीक है, लेकिन उसे खुद को नहीं भूलना चाहिए। अनुपमा ने अनुज से उसके साथ बात करने की विनती की।

अनुज, अनुपमा से बचने की कोशिश करता है। वह अनुपमा से कहता है कि वह उसे बात नहीं करना चाहता।

अनुपमा, अनुज से कहती है कि उसे उससे बात करनी है। 

अनुज सामान तोड़ता है और कहता है कि वह पागल हो गया है। वह अनुपमा पर अपना आपा खो देता है और कहता है

कि कैसे हर कोई अपने जीवन में आसानी से आगे बढ़ गया। अनुज, अनुपमा से सवाल करता है कि क्या वह अपने बच्चों के लिए दुनिया से लड़ सकती है,

 बजाय इसके कि उसने अनु को कैसे जाने दिया। अनुज, अनुपमा से कहता है कि जब भी वह उसके सामने आती है तो उसे अपना नुकसान याद आता है। 

अनुज, अनुपमा से कहता है कि वह चाहती है कि वह बोले बजाय उसे सुने। वह उसके साथ रह कर घुटन महसूस करता है। अनुज, अनुपमा से कहता है कि वह उसकी शान हुआ करती थी

लेकिन अब वही उसकी हार का कारण बनी। वह अनुपमा पर उसे अनु की कस्टडी से लड़ने नहीं देने का आरोप लगाता है।

अनुज, अनुपमा से कहता है कि रोज वह उससे दूर जा रहा है। वह अनुपमा पर चिल्लाता है।

अनुपमा, देविका को गले लगाती है। अनुपमा को चोट पहुंचाने के लिए देविका अनुज पर गुस्सा करती है। वह अनुपमा से पूछती है कि वह इतनी अच्छी क्यों है। 

देविका कहती है कि अनुज उसे कैसे अपमानजनक शब्द कह सकता है। अनुपमा कहती है कि वह अनुज का दर्द समझ सकती है।

वह अनुज के गुस्से का बचाव करती है। धीरज, अनुज से कहता है कि माया ने जो किया उसके लिए अनुपमा को दोष मत दो। 

धीरज और देविका अनुज, अनुपमा को बताते हैं कि वे एक दूसरे से शादी करने जा रहे हैं। धीरज, अनुज से कहता है कि अनुपमा के साथ अपनी शादी को देखते हुए

उसने देविका से शादी करने का फैसला किया।

अनुज, धीरज से कहता है कि वह उनके लिए खुश है। धीरज, अनुज को समझाने की कोशिश करता है कि वह अनुपमा को चोट न पहुंचाए