सई के बिना सवि नाश्ता करने से इनकार कर
देगी। ऐसे में अश्विनी सवि को मनाएगी
अश्विनी एक मां की तरह सवि को संभालेगी
दूसरी तरफ थाने से बाहर आते ही सई सीधा अपनी बेटी के पास पहुंच जाएगी
अपनी बेटी को गले लगाकर सई बहुत रोएगी
भवानी पाखी को जमकर जलील करेगी
भवानी दावा करेगी कि पाखी अपने हाथों से अपने रिश्ते को बर्बाद कर रही है