कई दिनों तक मौत से जंग लड़ने के बाद अब राजू हमें छोड़कर चले गए हैं.
कई दिनों तक मौत से जंग लड़ने के बाद अब राजू हमें छोड़कर चले गए हैं.
राजू का आखिरी सपना था कि सिनेमा में अपना नाम बनाने वाले उत्तर प्रदेश, बिहार और इन श्रेत्रों के कलाकार अभिनय के दुनिया में नाम कमाने के लिए मुंबई की ठोकरें न खाएं.
राजू का आखिरी सपना था कि सिनेमा में अपना नाम बनाने वाले उत्तर प्रदेश, बिहार और इन श्रेत्रों के कलाकार अभिनय के दुनिया में नाम कमाने के लिए मुंबई की ठोकरें न खाएं.
बल्कि उनके लिए नोएडा में बनने वाला फिल्म सिटी ही इस सारी परेशानी का एक हल था.
बल्कि उनके लिए नोएडा में बनने वाला फिल्म सिटी ही इस सारी परेशानी का एक हल था.
ही वजह थी कि वो ‘नोएडा फिल्म सिटी’ को उम्मीदों की नजर से देख रहे थे.
ही वजह थी कि वो ‘नोएडा फिल्म सिटी’ को उम्मीदों की नजर से देख रहे थे.
राजू यूपी फिल्म विकास परिषद के चेयरमैन भी थे और यही वजह थी कि वह उत्तर प्रदेश में सिनेमा में एक नई जान फूंकना चाहते थे.
राजू यूपी फिल्म विकास परिषद के चेयरमैन भी थे और यही वजह थी कि वह उत्तर प्रदेश में सिनेमा में एक नई जान फूंकना चाहते थे.
अगर यहां फिल्म सिटी बनती है तो कई क्षेत्रीय कहाकारों को यहां काम करने का और अपना हुनर दिखाने का मौका मिलेगा.
अगर यहां फिल्म सिटी बनती है तो कई क्षेत्रीय कहाकारों को यहां काम करने का और अपना हुनर दिखाने का मौका मिलेगा.