कांग्रेस नेता राहुल गांधी अब “एटम बम” के बाद “हाइड्रोजन बम” फोड़ने की तैयारी में हैं। राहुल गांधी लंबे समय से चुनाव में धांधली और ईवीएम पर सवाल उठाते रहे हैं। हाल ही में उन्होंने बैंगलोर साउथ लोकसभा सीट की महादेवपुरा विधानसभा में कथित रूप से 1 लाख से ज्यादा फर्जी वोट का मुद्दा उठाया था, जिसे उन्होंने “एटम बम” करार दिया था। अब वह दूसरा बड़ा खुलासा करने जा रहे हैं, जिसे उन्होंने खुद “हाइड्रोजन बम” नाम दिया है।
17 सितंबर को हो सकता है बड़ा खुलासा
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी 17 सितंबर को अपनी “वोट चोरी” से जुड़े सबूतों का दूसरा हिस्सा सार्वजनिक कर सकते हैं। खास बात यह है कि यह तारीख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है। माना जा रहा है कि इस बार राहुल गांधी का निशाना हरियाणा विधानसभा चुनाव और वाराणसी लोकसभा सीट के नतीजों पर रहेगा।
बिहार से मिला कॉन्फिडेंस
राहुल गांधी ने हाल ही में वोटर अधिकार यात्रा पूरी की थी, जिसमें उन्होंने 16 दिनों में 1300 किमी की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने वोट चोरी के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया और जनता से सीधे संवाद किया। कांग्रेस को इस यात्रा से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है और इसी आत्मविश्वास के साथ राहुल गांधी “हाइड्रोजन बम” का धमाका करने की तैयारी कर रहे हैं।
48 सीटों पर नजर
कांग्रेस का दावा है कि देशभर की लगभग 48 सीटों पर वोट चोरी के कारण उसे हार का सामना करना पड़ा, जिनमें प्रधानमंत्री मोदी की लोकसभा सीट वाराणसी भी शामिल है। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वाराणसी की वोट चोरी का खुलासा भी राहुल गांधी करेंगे।
हरियाणा में रैली की तैयारी
सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी की टीम हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों की भी समीक्षा कर रही है। कांग्रेस का आरोप है कि यहां कई सीटों पर बेहद मामूली अंतर से हार हुई, जो कथित वोट गड़बड़ी की वजह से हुई थी। संभावना है कि राहुल गांधी हरियाणा में एक बड़ी रैली कर इन मुद्दों को जनता के सामने उठाएंगे।
👉 कुल मिलाकर, 17 सितंबर को राहुल गांधी का “हाइड्रोजन बम” सियासी हलचल मचाने वाला साबित हो सकता है। अब देखना होगा कि इस खुलासे का असर आगामी चुनावों और राजनीतिक समीकरणों पर कितना पड़ता है।