पिथौरा (छत्तीसगढ़) –सामाजिक कार्यकर्ता एवं आरटीआई संघ पिथौरा के ब्लॉक अध्यक्ष महेश प्रजापति को शपथ ग्रहण समारोह में हुए खर्च की जानकारी सूचना के अधिकार (RTI) के तहत मांगने पर धमकी दिए जाने का गंभीर मामला सामने आया है।

महेश प्रजापति ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ राज्य माटी कला बोर्ड के नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्री शंभू नाथ चक्रवर्ती ने उन्हें मोबाइल फोन पर कॉल करके न केवल केस करने की धमकी दी, बल्कि डंडे से पिटवाने की भी चेतावनी दी। यह कॉल 4 अगस्त 2025 को आया था, जिसकी 29 सेकेंड की रिकॉर्डिंग प्रजापति के पास मौजूद है।
भ्रष्टाचार पर उठे सवाल
प्रजापति का कहना है कि उन्होंने केवल यह जानकारी मांगी थी कि शपथ ग्रहण समारोह में सरकारी और गैर-सरकारी खर्च कितना हुआ। इस पर धमकी मिलना अपने आप में संभावित भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी धमकी से आरटीआई कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटता है और यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर आघात है।

सरकार से शिकायत
धमकी से आहत महेश प्रजापति ने इस संबंध में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, संगठन मंत्री, और अन्य प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों को शिकायत करने की बात कही है। उन्होंने मांग की है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
सुशासन पर सवाल
जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी की सरकार सुशासन और पारदर्शिता की बात करती है, वहीं दूसरी ओर पार्टी से जुड़े एक नवनिर्वाचित पदाधिकारी द्वारा आरटीआई कार्यकर्ता को धमकी देना, शासन की साख पर सवाल खड़े करता है।
संबंधित तथ्य:
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धमकी का समय: 4 अगस्त 2025
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कॉल की अवधि: 29 सेकेंड
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आरोपित व्यक्ति: शंभू नाथ चक्रवर्ती, अध्यक्ष – माटी कला बोर्ड
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शिकायतकर्ता: महेश प्रजापति, अध्यक्ष – आरटीआई संघ, पिथौरा ब्लॉक
🔍 यह मामला क्यों महत्वपूर्ण है?
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RTI कार्यकर्ताओं की सुरक्षा लोकतंत्र की बुनियाद है।
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सार्वजनिक खर्च की जानकारी मांगना नागरिक का अधिकार है।
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धमकी देने से शासन की पारदर्शिता पर आंच आती है।
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