महासमुंद। जिले में ईंट भट्ठा सरदारों की दबंगई और मजदूरों के पलायन का सिलसिला अब नई चिंताएं खड़ी कर रहा है। पिथौरा में शुक्रवार को एक श्रमिक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। परिजनों का आरोप है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
क्या हुआ था?
स्वास्तिक भवन पिथौरा के एक कमरे में 35 वर्षीय जलंधर यादव का शव खिड़की से बंधे फंदे पर पाया गया। हैरानी की बात यह रही कि शव पूरी तरह लटका नहीं था, बल्कि दोनों घुटने जमीन से लगे हुए थे। इस वजह से परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है।
कौन था जलंधर?
उम्र – 35 वर्ष
मूल निवासी – ग्राम कौहाबाहरा (जिला बलौदाबाजार)
वर्तमान पता – ग्राम किशनपुर (महासमुंद)
परिवार – पत्नी अंजली यादव, तीन बच्चे
माँ – सुलोचना यादव (सहायिका पद पर कार्यरत, लकवा ग्रस्त)
माँ की देखभाल के लिए जलंधर इन दिनों किशनपुर में परिवार के साथ रह रहा था।
पत्नी का आरोप
जलंधर की पत्नी अंजली यादव ने बताया कि 17 सितंबर को चार लोग कार से जबरन उसे ले गए थे। इनमें से दो की पहचान छतवन और पिलवापाली गांव के युवकों के रूप में की गई है। मामला पुराने पैसों के लेन-देन से जुड़ा बताया जा रहा है।
बीते साल ईंट भट्ठा जाने के लिए 40 हजार रुपये का लेन-देन हुआ था।
अब आरोपियों ने 79 हजार रुपये चुकाने का दबाव बनाया।
17 सितंबर को जबरदस्ती कार में बैठाकर ले जाया गया।
19 सितंबर को संदिग्ध हालात में शव मिला।
परिजनों का कहना है कि जलंधर आत्महत्या नहीं कर सकता, बल्कि उसकी हत्या कर उसे फांसी के फंदे पर लटकाया गया है।
पुलिस की जांच जारी
घटना के बाद पिथौरा पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराया गया है और परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
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