रायपुर। राजधानी रायपुर में पुलिस ने एक बड़े ड्रग्स नेक्सस का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए ड्रग पैडलर नाव्या मलिक ने रिमांड के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे किए। पूछताछ में सामने आया है कि रायपुर की टेक्नो पार्टियों और आफ्टर पार्टीज में हेरोइन, चरस और एमडीएमए जैसी घातक नशीली चीज़ें आसानी से उपलब्ध कराई जाती थीं।
क्लब मेम्बरशिप और पासवर्ड से बिकते थे ड्रग्स
नाव्या मलिक ने बताया कि ड्रग्स सप्लाई के लिए बाकायदा क्लब मेम्बरशिप सिस्टम बनाया गया था। इसके लिए ऑनलाइन फॉर्म भरवाए जाते थे और फिर पासवर्ड या कोड के जरिए क्लब मेंबर को नशे का सामान उपलब्ध कराया जाता था। इस तरीके से लंबे समय से राजधानी में संगठित गैंग सक्रिय था।
रसूखदारों के नाम दबाने का दबाव
सूत्रों के मुताबिक इस ड्रग्स नेटवर्क में कई हाई-प्रोफाइल और रसूखदार लोगों के नाम भी सामने आए हैं। पुलिस पर कथित दबाव है कि इन नामों को सार्वजनिक न किया जाए। अब तक कुछ लोगों की ही गिरफ्तारी हुई है, जबकि नेटवर्क काफी बड़ा बताया जा रहा है।
रिमांड पर जारी है पूछताछ
गंज थाना पुलिस ने नाव्या मलिक और उसके प्रेमी अयान परवेज को हिरासत में लेकर कोर्ट से रिमांड पर लिया है। दोनों से पूछताछ जारी है। पुलिस को शक है कि यह नेटवर्क केवल रायपुर तक सीमित नहीं, बल्कि राज्य के अन्य जिलों और पड़ोसी राज्यों तक फैला हो सकता है।
पार्टी के नाम पर चलता था नशे का कारोबार
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि रायपुर के पॉश इलाकों और फार्महाउसों में होने वाली पार्टियों में नशे का धंधा खूब फल-फूल रहा था। इनमें शहर के युवाओं के साथ-साथ बाहर से आए लोग भी शामिल होते थे। पुलिस की नजर से बचने के लिए गैंग ने कोडवर्ड और पासवर्ड का इस्तेमाल किया।
NDPS एक्ट में मामला दर्ज
गंज थाने में इस मामले में NDPS एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि यह सिर्फ शुरुआत है और आने वाले दिनों में और बड़े नाम सामने आ सकते हैं। फिलहाल नाव्या मलिक और अयान परवेज से लगातार पूछताछ की जा रही है।
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