पटपरपाली (कोमाखान)। विश्व पर्यावरण दिवस ( 05 जून ) के अवसर पर ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ नामक विशेष अभियान की शुरुआत की जा रही है। यह अभियान प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई उस पहल का दूसरा चरण है, जिसके अंतर्गत हर नागरिक को अपनी मां या धरती मां के नाम पर एक पौधा लगाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती लता कमलेश टाण्डेय ने बताया कि एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 05 जून 2024 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर की थी।

इस अभियान की अपील करते हुए प्रधानमंत्री ने सभी नागरिकों से इस पहल के माध्यम से रहने योग्य एक बेहतर पृथ्वी के निर्माण और सतत विकास में योगदान देने का अनुरोध किया था।“एक पेड़ मां के नाम” अभियान भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक वृहद वृक्षारोपण अभियान है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देश में वृक्षों की संख्या बढ़ाना, पर्यावरण संरक्षण करना और लोगों को वृक्षारोपण के प्रति जागरूक करना है।
इस वर्ष यह अभियान पांच जून से 30 सितंबर तक चलेगा। राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा द्वारा जिलों के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेजे गए निर्देशों में कहा गया है कि इस अभियान को मिशन लाइफ के तहत संचालित किया जाएगा। स्कूलों में ईको क्लब की मदद से इसे लागू किया जाएगा, जिससे बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों और स्थानीय समुदाय की भागीदारी की जाएगी।

हर विद्यालय को पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है। पौधारोपण के लिए स्कूल परिसर, स्कूल के आसपास की खाली भूमि, ग्राम पंचायतों द्वारा चिह्नित स्थान, जल स्रोतों के आसपास, सार्वजनिक स्थल, पार्क, स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत क्षेत्र, नगर वन, ग्रीन बेल्ट, और सड़क किनारे की भूमि जैसे स्थानों को प्राथमिकता दी जाएगी।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। अभियान में वन विभाग, उद्यान विभाग, शहरी निकाय और पंचायत राज विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही नर्सरियों से निश्शुल्क पौधे प्राप्त किए जा सकेंगे।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पटपरपाली सोसायटी अध्यक्ष कमलेश कुमार टाण्डेय, पटपरपाली पंचायत सचिव बेदनाथ देवांगन, रोजगार सहायक एशराम साहू, पंचगण थलेश्वरी साहू, हवन्त साहू, सुनीता साहू, मुकेश गुप्ता, हेमलता साहू, कल्पना तिवारी,मनोज साहू, कान्ति साहू, मोहन साहू, चेतन साहू, केशराम साहू, सुरित साहू, मनोज चन्द्राकर, दशरथ साहू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मीना साहू, गमला साहू, बालकुमार साहू और बहुआत संख्या में ग्रामीणजन सम्मिलित हुए।