PM की योजना में बड़ा घोटाला! महासमुंद में जल जीवन मिशन की करोड़ों की टंकियाँ बनी ‘शो-पीस’

महासमुंद में जल जीवन मिशन की अधूरी और लीक पानी टंकियों की स्थिति, ग्रामीणों की शिकायतें और लापरवाही का आरोप

दिलीप शर्मा, महासमुंद। प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन में महासमुंद जिले में गंभीर लापरवाही और भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं। करोड़ों की लागत वाली इस योजना पर न प्रशासन गंभीर है और न ही ठेकेदारों पर कोई कड़ी कार्रवाई दिखती है। बागबाहरा ब्लॉक के कई गांवों में बनी पानी टंकियां या तो शो-पीस बनकर रह गई हैं, या फिर लीक हो रही हैं। अनुबंध के अनुसार 9 माह में ग्रामीणों तक स्वच्छ पेयजल पहुंचना था, लेकिन कई जगह 30 माह बाद भी काम अधूरा है।


महासमुंद जल जीवन मिशन में लापरवाही और भ्रष्टाचार की तस्वीर
बागबाहरा ब्लॉक के गांवों में जल जीवन मिशन की टंकियाँ अधूरी और लीक, ग्रामीणों ने गुणवत्ता पर उठाए सवाल।

सिवनी: 91.52 लाख की टंकी पूरी तरह लिकेज

ग्राम सिवनी में जल जीवन मिशन के तहत 91.52 लाख रुपए स्वीकृत किए गए थे। कार्य ठेकेदार चौहान ड्रिलिंग वर्क्स द्वारा 2 जून 2023 को शुरू हुआ जिसे 9 माह में पूरा होना था।
ग्रामीणों – संतोष कुमार, चैनसिंग साहू, तिलकराम साहू और हेमचंद साहू – का कहना है कि:

  • कई घरों में आज तक प्लेटफॉर्म नहीं बने

  • टंकी में पानी भरते ही पूरा पानी बाहर निकल जाता है

  • एक लीटर पानी भी टंकी में नहीं रुकता

ग्रामीणों ने ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।


महासमुंद जल जीवन मिशन में लापरवाही और भ्रष्टाचार की तस्वीर
महासमुंद में जल जीवन मिशन की अधूरी और लीक पानी टंकियों की स्थिति, ग्रामीणों की शिकायतें और लापरवाही का आरोप

टेमरी: 62.39 लाख की टंकी शो-पीस बनी

ग्राम टेमरी में 2021-22 में 62.39 लाख की लागत में बनाई गई पानी टंकी आज भी केवल शो-पीस बनी हुई है।
ग्रामीण धर्मेंद्र साहू बताते हैं—

  • टंकी में भारी लिकेज

  • बेहद निम्न गुणवत्ता का निर्माण

  • अधिकारी कई बार निरीक्षण करने आए, लेकिन 3 साल बाद भी सुधार नहीं

यह कार्य एसकेएल इंफ्रा द्वारा किया गया है।


करहीडीह: 62.91 लाख खर्च, लेकिन योजना बेकार

करहीडीह: 62.91 लाख खर्च, लेकिन योजना बेकार

ग्राम करहीडीह में ओम कंस्ट्रक्शन द्वारा 2022-23 में 62.91 लाख रुपए खर्च किए गए। ग्रामीणों का आरोप है—

  • काम में भारी भ्रष्टाचार

  • निम्न गुणवत्ता के चलते टंकी शुरू ही नहीं हो पाई

  • प्रशासन और ठेकेदार की मिलीभगत से योजना विफल

ग्रामीण साफ कहते हैं कि योजना का लाभ उन्हें कभी नहीं मिला।


पटपरपाली: 30 माह बाद भी प्लेटफॉर्म तैयार नहीं
पटपरपाली: 30 माह बाद भी प्लेटफॉर्म तैयार नहीं

पटपरपाली: 30 माह बाद भी प्लेटफॉर्म तैयार नहीं

ग्राम पटपरपाली में जल जीवन मिशन योजना की लागत 66.99 लाख है। कार्य चौहान ड्रिलिंग वर्क्स द्वारा किया गया है।
योजना 9 माह में पूरी होनी थी, लेकिन:

  • 30 माह बाद भी घरों में प्लेटफ़ॉर्म तैयार नहीं

  • ठेकेदार के अनुसार—“सबकुछ रेडी है, लेकिन बोर नहीं हुआ है”

  • बोरिंग न होने से टंकी का पानी ग्रामीणों तक पहुंच ही नहीं पा रहा

ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार और जिम्मेदार विभाग एक-दूसरे पर दोष डालते रहते हैं, लेकिन काम आगे नहीं बढ़ता।


निष्कर्ष: लाखों खर्च, लेकिन जनता को लाभ नहीं

जल जीवन मिशन का उद्देश्य हर ग्रामीण घर तक साफ पेयजल पहुंचाना है, लेकिन महासमुंद में यह योजना भ्रष्टाचार, लापरवाही और निम्न गुणवत्ता के कारण पटरी से उतरती दिख रही है।
ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि—

  • दोषी ठेकेदारों पर कार्रवाई हो

  • अधूरे कार्य तुरंत पूरे किए जाएं

  • गुणवत्ता जांच कराई जाए

📞 क्या आपके गांव में भी जल जीवन मिशन या किसी अन्य योजना में ऐसी ही लापरवाही दिख रही है?

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आपकी समस्या, आपकी आवाज — हम पहुंचाएंगे जिम्मेदारों तक।

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