मुंबई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित फिल्म “अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी” की रिलीज़ पर अब फैसला बॉम्बे हाईकोर्ट करेगा। कोर्ट ने साफ किया है कि वह पहले खुद फिल्म देखेगा और इसके बाद ही यह तय करेगा कि फिल्म को थिएटर में रिलीज़ की अनुमति दी जाए या नहीं। फिल्म की सुनवाई 25 अगस्त को होनी है।
क्यों फंसी फिल्म?
यह फिल्म किताब “द मोंक हू बिकेम चीफ मिनिस्टर” से प्रेरित बताई जाती है। फिल्म निर्माताओं का कहना है कि उन्होंने पूरी प्रक्रिया का पालन किया, लेकिन सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया।
CBFC ने पहले 29 आपत्तियां दर्ज की थीं, बाद में कुछ हटाई भी गईं, लेकिन अंततः बोर्ड ने फिल्म को पास नहीं किया। बोर्ड का कहना है कि प्रक्रिया के दौरान फिल्म मेकर्स ने समय पर जवाब नहीं दिया।
कोर्ट की नाराज़गी
हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने सुनवाई के दौरान CBFC से कहा कि “प्राकृतिक न्याय” (Natural Justice) का पालन शुरुआत से होना चाहिए था। कोर्ट ने यह भी टिप्पणी की कि सेंसर बोर्ड को अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर फिल्म निर्माताओं से किसी निजी व्यक्ति से NOC लाने की शर्त नहीं रखनी चाहिए थी।
आगे क्या होगा?
कोर्ट ने फिल्म की एक प्रति मांगी है, जिसमें बोर्ड द्वारा चिह्नित आपत्तिजनक हिस्सों का ज़िक्र हो। अब जज खुद फिल्म देखेंगे और सोमवार को इस मामले पर अंतिम आदेश देंगे।