नई दिल्ली। कानपुर में शिक्षा और पोषण को एक साथ जोड़ते हुए एक नई पहल की गई है, जिसमें पहली बार कक्षा 9 से 12 तक की छात्राओं को भी मुफ्त मिड-डे-मील (मध्यान्ह भोजन) प्रदान की जाएगी. इस योजना की शुरुआत राजकीय बालिका इंटर कॉलेज चुन्नीगंज से हुई है, जहां (DEO) जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने खुद छात्राओं के साथ भोजन किया. इस पहल का उद्देश्य बड़ी कक्षाओं में छात्राओं की उपस्थिति बढ़ाना और उन्हें पौष्टिक आहार उपलब्ध कराना है.
कानपुर से उत्तर प्रदेश में एक नई शुरुआत हुई है. अब तक मिड-डे-मील (मध्यान्ह भोजन) केवल कक्षा 1 से 6 तक के विद्यार्थियों को मिलता था, लेकिन पहली बार कक्षा 9 से 12 तक की छात्राओं को भी यह सुविधा दी गई है. इसकी शुरुआत राजकीय बालिका इंटर कॉलेज (जीजीआईसी) चुन्नीगंज से हुई. डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने स्वयं छात्राओं के साथ बैठकर भोजन किया और इस नई पहल का शुभारंभ किया.
समाज और प्रशासन की साझेदारी से नई पहल
अब जीजीआईसी चुन्नीगंज की 456 छात्राओं को प्रतिदिन मुफ्त पौष्टिक भोजन मिलेगा. इससे पहले कक्षा 6 से 8 की 249 छात्राओं को अक्षय पात्र फाउंडेशन से भोजन मिलता था, जिसकी वजह से उनकी उपस्थिति 80 प्रतिशत से अधिक रहती थी, जबकि बड़ी कक्षाओं में उपस्थिति केवल 50 प्रतिशत तक सीमित थी. अब उम्मीद की जा रही है कि मिड-डे-मील (मध्यान्ह भोजन) मिलने से कक्षा 9 से 12 की छात्राओं की उपस्थिति भी बढ़ेगी.
यह योजना जिलाधिकारी की पहल पर इस्कॉन कानपुर और अचिन्त्य फाउंडेशन के सहयोग से शुरू की गई है. इस पर हर साल करीब 20 लाख रुपए का खर्च आएगा, जिसे समाजसेवियों के सहयोग से पूरा किया जाएगा.
दिन की थाली में अलग स्वाद
इस्कॉन ने छात्राओं के लिए खास मेन्यू तैयार किया है. थाली में पौष्टिकता के साथ-साथ स्वाद का भी ध्यान रखा गया है.
सोमवार – कढ़ी पकोड़ा, आलू-परवल, चावल, रोटी
मंगलवार – चावल, मूंग दाल, रोटी, सोया आलू
बुधवार – चावल, अरहर दाल, रोटी, चना आलू
गुरुवार – चावल, मूंग दाल छिलका, रोटी, आलू सीताफल
शुक्रवार – चावल, रोटी, छोला, हलवा
शनिवार – चावल, राजमा, मिक्स सब्ज़ी, रोटी
मिशन शक्ति से जुड़ी नई राह
डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि यह पहल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिशन शक्ति अभियान से जुड़ी है. शिक्षा और पोषण को जोड़ने का यह प्रयास छात्राओं के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा. साथ ही, डीएम ने छात्राओं को नई ड्रेस और जूते भी उपलब्ध कराए हैं. इस्कॉन के प्रभु अमृतेश कृष्ण दास ने कहा कि उनका उद्देश्य समाज को भूख से मुक्त करना है और वे प्रतिदिन हजारों लोगों को भोजन कराने की क्षमता रखते हैं. अचिन्त्य फाउंडेशन के निदेशक अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि समाज के सहयोग से यह योजना लंबे समय तक चलाई जाएगी.
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