India Pakistan Nuclear: पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम-सीमा पर है। भारत ने पाकिस्तान पर इस हमले का आरोप लगाया है और सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है। इससे बौखलाई पाकिस्तान सरकार की ओर से परमाणु युद्ध की धमकी दी गई है।
बता दें, कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान को युद्ध की स्थिति में ला खड़्ा कर दिया है। 22 अप्रैल को हुए इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई है। भारत ने हमले के तत्काल बाद पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं।
पाकिस्तान की सरकार की ओर से कहा गया है कि सिंधु जल समझौता तोड़ने को वह भारत की ओर से युद्ध का ऐलान मानेंगे। पाकिस्तान के कई मंत्रियों ने परमाणु युद्ध तक की धमकी भारत को दी है। भारत और पाकिस्तान दोनों ही परमाणु शक्ति संपन्न देश और विश्व की बड़ी सैन्य ताकतें हैं। ऐसे में इन दोनों देशों के टकराव, खासतौर से परमाणु युद्ध इस क्षेत्र ही नहीं, पूरी दुनिया में बड़ी तबाही का सबब बन सकता है। एक रिसर्च कहती है कि भारत-पाक ने परमाणु बम चलाए तो मरने वालों की संख्या अरबों में जा सकती है।
भारत-पाक में ही मरेंगे करोड़ों लोग
मेट्रो डॉट यूके की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019 में वैज्ञानिकों की एक टीम ने रिसर्च की है कि दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध होता है तो विश्व में इसके क्या परिणाम हो सकते हैं। टीम ने अपनी रिसर्च के आधार पर पाया कि भारत और पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की संख्या और उनकी ताकत आधार पर इन दोनों देशों के न्यूक्लियर वॉर में भारत और पाकिस्तान में ही 15 करोड़ लोग मारे जा सकते हैं।
रिपोर्ट कहती है कि भारत-पाक के इस परमाणु युद्ध में दोनों देशों में 5 से 15 करोड़ लोगों की जान जा सकती है। इसके अलावा बड़ी संख्या में शहर बर्बाद होंगे, लाखों लोग घायल होंगे और भारी विनाश होगा। वैज्ञानिकों ने पाया कि इस युद्ध के परिणाम भारत और पाकिस्तान तक सीमित नहीं रहेंगे। इस युद्ध का असर ना सिर्फ भारत-पाक के पड़ोसी देशों बल्कि दुनिया के बड़े हिस्से पर होगा।
चारो ओर धुआं ही धुआं फैल जाएगा
रिपोर्ट कहती है कि भारत-पाक में परमाणु युद्ध भी एक छोटा हिमयुग ला सकता है। जलते हुए शहरों से निकलने वाला धुआं आसमान में फैल जाएगा और सूरज की रोशनी को रोक देगा। इससे दुनिया का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा और अंधेरा छा जाएगा। जलवायु और वायुमंडलीय विज्ञान के विशेषज्ञ प्रोफेसर ब्रायन टून का कहना है कि ऐसा युद्ध बहुत बड़ी तबाही का सबब बनेगा।
टून ने आगे कहा, ‘हमने 2019 में भारत और पाक की परमाणु क्षमता पर गौर किया। भारत और पाकिस्तान के पास करीब 300 परमाणु हथियार हैं। ये परमाणु हथियार सैकड़ों किलोटन के हो सकते हैं। अगर इनमें से आधे हथियारों का इस्तेमाल भी युद्ध में हुआ तो भारत और पाकिस्तान में ही 5 से 15 करोड़ लोग मारे जाएंगे। बाकी दुनिया में इससे मरने वालों की तादाद एक से दो अरब तक जा सकती है।
रक्षा पर मोटी रकम खर्च करके हैं भारत-पाकिस्तान
भारत और पाकिस्तान ने अपनी सेना को मजबूत करने पर लगातार ध्यान दिया है। दोनों ही देश काफी पहले परमाणु हथियार बना चुके हैं। भारत ने 1974 और 1998 में परमाणु परीक्षण किया था। पाकिस्तान ने भारत के कुछ हफ्तों बाद परमाणु परीक्षण किए थे। आज के समय में दोनों देशों के पास सैकड़ों परमाणु हथियार हैं। दोनों देशों के पास मिसाइलें, लड़ाकू विमान और दूसरे आधुनिक हथियार हैं। दोनों सेनाएं विश्व की टॉप-10 शक्तिशाली फौजों में आती हैं। ऐसे में भारत-पाकिस्तान का बड़े पैमाने पर टकराव भारी तबाही की वजह बनेगा, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है।
युद्ध हुआ तो पाकिस्तान के ये 10 शहर होंगे नेस्तनाबूद, मच जाएगा हाहाकार
युद्ध होने पर भारत पाकिस्तान के 10 प्रमुख शहरों लाहौर, इस्लामाबाद, करांची, फैसलाबाद, रावलपिंडी, हैदराबाद, गुजरांवाला, मुल्तान, पेशावर और क्वेटा पर बम गिरा सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि यदि परमाणु हमला हुआ तो पाकिस्तान की प्राथमिक नजर भारत के बड़े शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु पर होगी. मुंबई भारत की आर्थिक धड़कन है, दिल्ली राजनीतिक राजधानी है और बेंगलुरु तकनीकी व सैन्य अनुसंधान का केंद्र.
परमाणु हमले के भयावह परिणाम
यदि दोनों देशों के बीच परमाणु हथियारों का इस्तेमाल हुआ, तो केवल तत्काल मौत और विनाश ही नहीं होगा, बल्कि दीर्घकालिक असर भी बेहद भयावह होगा. रेडिएशन का खतरा, खाद्य संकट, आर्थिक तबाही और सामाजिक अराजकता पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में ले सकती है. हिरोशिमा और नागासाकी के उदाहरण आज भी मानवता को चेतावनी देते हैं कि परमाणु युद्ध में कोई विजेता नहीं होता.